हिमाचल प्रदेश का मुख्यमंत्री इस बार कौन होगा, इसको लेकर सबसे ज्यादा आस है तो वो सिर्फ मंडी जिला के जनता को। क्योंकि ये वो जिला है जो कि विधानसभा चुनावों में अहम भूमिका निभाता है औऱ अभी तक यहां से कोई मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं मिल पाया है। हालांकि, पंडित सुखराम जैसे बड़े चेहरे मंडी जिला से ही निकले और राजनीति मैं अजय भी रहे, लेकिन कभी सीएम पद पर नहीं बने।
अब एक बार फिर मंडी के लोगों में आस जागी है क्योंकि बीजेपी के कद्दावर नेता जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री का चेहरा बनकर आगे आये हैं। इसी कड़ी में मंडी में कभी खुशी-कभी गम का माहौल बना हुआ है। यहां के लोग कभी आतिश्बाजियों के साथ सीएम मिलने का जश्न मनाते दिख रहे हैं तो कभी हाईकमान के फैसले पर शांत हो रहे हैं। इसका कारण है कि मंडी में लगातार ये सवाल बना हुआ है कि इस बार कुछ बेहतर होगा या एक बार फिर मंडी को सीएम नहीं मिलेगा।
यहां तक कि स्थानीय लोग भी ये कहते नज़र आ रहे हैं की इस बार पंडित सुखराम और जयराम की जोड़ी ने 1992 वाली स्तिथि ला दी है, लेकिन अब देखना ये है की बीजेपी इस बार अपना चेहरा मंडी से देती या फिर कहीं पहले की सत्ता आते-आते हाथ से न फिसल जाए। आपको बताते चलें कि शिमला और मंडी जिला में गहरी राजनैतिक खाई 1992 से चली आ रही है, क्योंकि मंडी के लोग सीएम ना मिल पाने का कारण शिमला और वीरभद्र सिंह को मानते हैं।