कृषि विभाग का अतिरिक्त कार्यभार मिलने के बाद पहली बार कुटलैहड़ पहुंचे। यहां ऊना की सीमा खूनी मोड़ से लेकर बंगाणा तक जगह-जगह लोगों ने फूलों तथा ढोल-नगाड़ों के साथ अभिनंदन किया। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि वर्ष 2024 तक किसानों की आय को दोगुना करना उनकी प्राथमिकता में रहेगा। प्रदेश सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है ताकि किसान रसायनों की खेती से मुक्त हो सकें और उनकी आय भी बढ़े।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती की सर्टिफिकेशन करवाई जाएगी ताकि किसानों को उनकी फसल का उचित दाम मिल सके। साथ ही प्राकृतिक खेती के उत्पादों को बाजार उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022 तक संपूर्ण हिमाचल प्रदेश को प्राकृतिक खेती के दायरे में लाने का लक्ष्य रखा है। वहीं, वीरेंद्र कंवर ने कहा कि पंचायत चुनाव समय पर होंगे और चुनाव विभाग इसकी तैयारी में लगा है।