कांग्रेस लगातार जयराम सरकार पर खनन, वन, भू और नशा माफिया को संरक्षण देने के आरोप लगा रही है। कांग्रेस के इन्हीं आरोपों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। परमार ने कहा कि माफिया के आरोप लगाने वाले खुद ही माफिया के संरक्षक भी है और माफिया जन्मदाता भी वो ही हैं। कांग्रेस अपने गिरेबान में झांके और अपने कार्यकाल के 5 साल का लेखा झोखा जनता के सामने रखने के साथ ही खुद भी उसका अवलोकन करे।
ऊना विधायक सतपाल रायजादा द्वारा ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर धरना देने की चेतावनी को परमार ने मात्र स्टंट करार दिया है। परमार ने कहा कि रायजादा का स्वभाव और आदत ही ऐसी है। जो अच्छा हो रहा है उसकी उन्हें प्रशंसा करनी चाहिए क्योंकि मुख्यमंत्री जयराम ने क्षेत्रीय अस्पताल में बैड की क्षमता बढ़ाने की घोषणा की है जिसके बाद डाक्टरों की संख्या भी इस अस्पताल में बढ़ेगी। अगर फिर भी रायजादा को धरना देना है तो उन्हें कोई रोक नहीं सकता और यह धरना सिर्फ एक स्टंट हो सकता है।
परमार ने दावा किया कि निजी क्लीनिक चलाने वाले सरकारी डॉक्टरों की सूची उनके पास है और इस डॉक्टर अपनी कार्यशैली में बदलाव करें अन्यथा उनपर कड़ी कार्रवाई होगी।