आगामी लोकसभा चुनावों के लिए जयराम सरकार प्रदेश में विकास के नए आयामों को सुपुर्द करने में कोई क़सर नहीं छोड़ रही। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री बजट सत्र से निकलकर बैजनाथ में पपरोला में एक्सप्रेस ट्रेन को झंडी देने पहुंचे, लेकिन ग्रीन सिग्नल मिलने के कुछ ही घंटों बाद ट्रेन की छत से पानी टपकना शुरू हो गया। अब इसे सरकार की जल्दबाजी न कहें तो क्या कहें…??
दरअसल, हरी झंडी देने के पपरोला से नगरोटा बगंवा के लिए रवाना हुई। इसी बीच बारिश हुई और पारदर्शी कोच में ये नज़ारा देखने को मिला। इस कोच के नाम विभाग 275 सबसे ज्यादा किराया वसूल रहा है और बदले में सवारियों को ये सुविधाएं मिल रही हैं। इसके साथ ही मौके पर पारदर्शियों का दावा है कि कोट में काफी घटिया स्तर के इन्फ्रास्ट्रक्चर लगाया गया है।
इसके बाद विपक्ष एक के बाद एक फिर सरकार को घेरने का मौका मिल गया है। वहीं, सरकार सबसे पहले आयामों को चुन रही है जो सदियों से फिसड्डी रहे हैं। इस डिब्बे में बैठे रेलवे विभाग के सीनियर इंजीनियर अश्वनी कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि टेस्टिंग के दौरान शावर से इसे चैक किया गया था लेकिन इस परिस्थितियों को फिर से दरुस्त किया जाएगा।