एसएफआई की शिमला इकाई ने छात्र हित के मुद्दों को लेकर विधानसभा का घेराव किया। सैंकड़ो छात्रों ने ताली औऱ थाली बजाकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध जाहिर किया। SFI पिछले 6 महीनों से छात्रों के विभिन्न मुद्दों जिनमें फर्स्ट और सेकंड ईयर के छात्रों को प्रमोट करने की मांग, एससी-एसटी छात्रों की छात्रवृत्ति, विश्वविद्यालय में भर्तियों की गड़बड़ी की जांच सहित अन्य मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रही है। इसी चरण में आज विधानसभा का घेराव किया गया।
संघ के राज्य सचिव ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना काल में छात्र विरोधी निर्णय ले रही है। फीसों में वृद्धि की गई है और निजी विश्व विद्यालय फर्जी डिग्री बांटने का काम कर रहे हैं। नई शिक्षा नीति जिसका छात्र, अध्यापक और कई अन्य संगठन विरोध कर रहे हैं। उसे सरकार प्रदेश में लागू करने जा रही है जिससे फर्जी डिग्री बांटने वाले विश्व विद्यालय को यही काम करने की कानूनी इजाजत मिल जाएगी, इसलिए एसएफआई नई शिक्षा नीति का विरोध कर रही रही है।
विश्व विद्यालय में बैक डोर भर्तियां हो रही हैं जो जांच का विषय है। सरकार छात्रों को मुद्दों को लेकर जल्दी कोई निर्णय ले, अन्यथा छात्र और उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।