ऊना के कांग्रेस विधायक सतपाल रायजादा ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है। विधायक ने कहा कि प्रदेश में तानाशाही शासन चल रहा है और आपातकाल की स्थिति है। भाजपा सरकार प्रदेश में ऐसा राज लाना चाह रही है कि विपक्षी विधायकों को हथकड़ियां पहनाई जाएं। जो स्थिति प्रदेश में है, उसके अनुसार वह दिन भी दूर नहीं कि राजनीतिक प्रतिशोध के लिए कांग्रेस विधायकों के हाथों में हथकड़ियां होंगी।।
रायजादा ने कहा कि उनकी और कांग्रेस की लड़ाई आम आदमी की है। माफिया कोई भी हो, कांग्रेस और मैंने हमेशा उसके खिलाफ आवाज उठाई है। उनके पीएसओ और ड्राइवर को पुलिस बेल्ट से पीटा गया। खुद एसपी तक ने बेल्ट से पिटाई की। विधायक के पीएसओ और ड्राइवर को पहचान पत्र दिखाने के बावजूद बिना सेशन जज की इजाजत के हथकड़ी पहनाई गई। दोनों को हथकड़ी लगाकर गांव में घुमाया और बेइज्जत किया। कानूनन पुलिस ऐसा नहीं कर सकती है। लेकिन, सत्ता में बैठे लोगों के इशारे पर पुलिस ने यह तानाशाही रवैया अपनाया।
पीएसओ और ड्राइवर आम आदमी हैं, उन्होंने कोई अपराध नहीं किया। इसलिए उन्हें न्याय दिलाने के लिए उनकी और कांग्रेस पार्टी की लड़ाई जारी रहेगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी माना है कि पीएसओ और ड्राइवर को हथकड़ियां लगी हैं। फिर भी गैरकानूनी तरीके से हथकड़ियां लगाने वालों के खिलाफ एफआईआर क्यों दर्ज नहीं की जा रही। उनके विरुद्ध अभी तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई? रायजादा ने पूरे मामले की जांच का स्वागत करते हुए कहा कि तब तक निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती, जब तक एसपी ऊना पद पर बने हुए हैं। उन्हें तत्काल पद से हटाकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए। पुलिस के दमनात्मक रवैये को कत्तई सहन नहीं किया जाएगा।