कोरोना काल के बीच निजी स्कूलों पर अभिभावकों का रोष लगातार जारी है। इसी संबंध में ऊना में अभिभावकों ने निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ विरोध जताया। अभिभावकों ने डीसी ऑफिस जाकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। डीसी ऊना ने नियमानुसार कार्रवाई का आश्वासन भी दिया है। अभिभावकों के आऱोप हैं कि स्कूल प्रबंधन एनुअल औऱ ट्रांसपोर्ट चार्जेस मांग रहे हैं। याद रहे कि ये समस्या पूरे हिमाचल में सामने आ रही है।
ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने कहा कि निजी स्कूलों के प्रबंधक मनमाने ढंग से बच्चों के अभिभावकों पर आर्थिक बोझ बढ़ा रहे हैं। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोविड-19 के इस दौर में कई लोगों की नौकरियां चली गई है और फिर भी लोग किसी ना किसी तरह मेहनत करके अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलवाने की कोशिश में है। लेकिन इसके बावजूद स्कूल प्रबंधक बच्चों के अभिभावकों को प्रताड़ित करने में लगे हैं। यदि जल्द मामले का हल ना निकला तो अभिभावकों को साथ लेकर व्यापक आंदोलन छेड़ा जाएगा।
वहीं, स्कूल के प्रबंधक निदेशक अनुज वशिष्ठ ने कहा कि केवल उनके स्कूल द्वारा ही यह चार्जिस नहीं मांगे है बल्कि जिला के सभी सीबीएसई मान्यता प्राप्त स्कूलों ने सरकार के आदेशों के बाद अविभावकों से एनुअल और ट्रांसपोर्ट चार्जिस मांगे है। कोविड 19 के दौर में स्कूलों की आर्थिक स्थिति भी हुई है। अगर बावजूद इसके भी कोई अविभावक इन्हें देने में असमर्थ है तो वो स्कूल प्रबंधन से बात कर सकते हैं उन्हें यह चार्जिस में छूट दी जा सकती है।