शीतकालीन के तीसरे दिन 3 राज्यों में कांग्रेस को मिली जीत की तपिश सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह देखने को मिली। सदन के बाहर विपक्षी दल के विधायकों ने जहां नारेबाजी की, वहीं मुख्यमंत्री ने सदन के अंदर कांग्रेस पर चुटकी ले डाली।
दरअसल, सदन की बैठक प्रारंभ होने को थी कि CLP मुकेश अग्निहोत्री ने सत्ता पक्ष की ओर इशारा करके कहा कि कांग्रेस ने तीन राज्यों में बीजेपी की सरकारें गिरा दी है। इस पर मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि इसके लिए आपको हम पहले ही बधाई दे चुके हैं, लेकिन ये तो बताइए कि मुख्यमंत्री किसे बना रहे हैं। स्पीकर के खिलाफ सदन में की नारेबाजी पर जयराम ठाकुर ने कहा कि कुछ राज्यों के परिणाम आए हैं, उससे कांग्रेस ज्यादा ही उत्साहित होकर सदन में अशोभनीय व्यवहार कर रही है जो कि निंदनीय है।
नशे के खिलाफ चर्चा पर विपक्ष बाहर
सरकार ने अहम रूप से नशे के खिलाफ बिल ला रही है, जिसपर सदन में चर्चा चल रही है। इसी बीच बताया जा रहा है कि विपक्ष इस चर्चा में शामिल नहीं हुआ है और बिना विपक्ष के ही सदन में नशे पर चर्चा चल रही है।
विपक्ष के आरोपों पर स्पीकर का बयान
विपक्ष के आरोपों खारिज करते हुए स्पीकर ने कहा कि इस मामले में गुड सेंस प्रिवेल करनी चाहिए। जिस प्रकार उन पर विपक्ष के मुद्दों को सदन मे न उठाए जाने का आरोप लगा रहा है वह निराधार है। नियमों का हवाला देते हुए डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि इस समय उनके पास किसी भी नियम के तहत कोई भी मामला विपक्ष का सदन में लंबित नहीं है।
बीबीएमबी परियोजना को लेकर सवाल
प्रश्नकाल के दौरान नाचन के विधायक विनोद कुमार ने बीबीएमबी परियोजना में लाडा के तहत उनके चुनाव क्षेत्र में धनराशी उपलब्ध करवाने का मामला उठाया। इसके जवाब में बहुउदे्दशीय ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने कहा कि हाल ही में हुई बीबीएमबी बोर्ड की बैठक में इस स्कीम के तहत दो प्रतिशत धनराशी उपलब्ध करवाए जाने की जानकारी दी गई जो मात्र 24 लाख 43 हजार बनती है। जबकि 2018-19 के लिए धनराशी का प्रावधान किया जाना प्रस्तावित है।
वहीं, प्रश्नकाल के दौरान सीपीएम विधायक राकेश सिंघा ने एलडब्ल्यूएसएस के तहत प्रतिनाला उठाऊ पेयजल स्कीम का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि ये परियोजना 18 सालों से लंबित है। बिजली ट्रांसफार्मर न होने की वजह से ये मामला लटका हुआ है। इसपर महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि इस मामले को वह मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे कि हाईपावर कमेटी बनाकर सभी परियोजना का निर्माण पूरा होने के बाद तुरंत इसके लिए बिजली का कनेक्शन दिया जाए।