भाजपा महामंत्री राकेश जम्वाल ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेसी नेताओं ने जुबान पर से संयम खो दिया है। जिस तरह से कांग्रेस के नेता बीजेपी का विरोध करते-करते हिमाचल की संस्कृति और परंपराओं का अपमान करने पर उतर आए हैं, यह शर्मनाक है। हाल ही में पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता प्रकाश चौधरी ने सेपू बड़ी, कचौड़ी और बदाणे के व्यंजनों के विरोध में जो नारेबाजी की, वह दिखाता है कि कांग्रेस पार्टी में किस तरह की बदहवासी छाई है। भाजपा और विकास के विरोध में कांग्रेसी इतनी नासमझी पर उतर आए हैं कि अब वो हमारी संस्कृति, हमारे खान-पान के विरोध पर उतर आए हैं।
भाजपा महामंत्री ने कहा कि कांग्रेस के लोग नारे लगा रहे हैं कि सेपू बड़ी-बदाणा नहीं चलेगा। तो क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंडी आकर सेपू बड़ी और बदाणे की जगह इटैलियन पास्ता का जिक्र करते? प्रधानमंत्री मोदी का हिमाचल से विशेष जुड़ाव है और अगर वह यहां के व्यंजनों को पसंद करते हैं तो कांग्रेस को इससे आपत्ति क्यों है? भाजपा नेता ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन सरकार से हो रहे विकास को पचा नहीं कर पा रहे हैं।
भाजपा नेता राकेश जम्वाल ने कहा कि हमारा खान पान हमारी संस्कृति का हिस्सा है राजनीति के चक्कर में अपनी संस्कृति का विरोध उचित नहीं है। जम्वाल ने कहा कि कांग्रेस के लोगों की ये मानसिकता दर्शाती है कि वो सोचने समझने की क्षमता खो चुके हैं। आपको अगर विरोध करना ही है तो राजनीतिक तौर पर विरोध करें, यूं अपनी ही संस्कृति का या फिर अपने पारंपरिक भोजन का विरोध करना शर्मनाक है।
‘हिमाचल आने से कतराते थे कांग्रेस के केंद्रीय मंत्री’
भाजपा महामंत्री ने मंत्री कौल सिंह ठाकुर को बयानवीर और पलटने में माहिर करार दिया। दरअसल कौल सिंह ठाकुर ने कहा था कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रधानमंत्री से कुछ मांगने की हिम्मत नहीं कर पाए। इस पर राकेश जम्वाल ने पलटवार करते हुए कहा कि मांगने और मांगों को खारिज करने की परंपरा कांग्रेस की रही है। कौल सिंह याद करें कि जब वह मंत्री थे और केन्द्र में यूपीए की सरकार थी, तब हिमाचल को झुनझुने के अलावा कुछ नहीं मिला। प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह छोड़िए, केन्द्रीय मंत्री तक हिमाचल आने से कतराते थे। यह हमारी डबल इंजन की सरकार में ही संभव हुआ है कि हिमाचल को किसी तरह की कमी महसूस नहीं होती। प्रधानमंत्री खुद यहां पर हजारों करोड़ रुपये की योजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के लिए आते हैं।
राकेश जम्वाल ने कहा कि 27 दिसंबर को भी प्रधानमंत्री ने 12 हजार करोड़ की पनबिजली परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन किए। हिमाचल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब किसी प्रधानमंत्री ने 12 हजार करोड़ से ज्यादा की योजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास एक साथ किए हों। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री जी की अध्यक्षता में हिमाचल में दूसरी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के तहत 28 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट धरातल पर उतरे हैं, क्या कांग्रेस के कार्यकाल में यह संभव हो पाता? शायद यही बात कौल सिंह और प्रकाश चौधरी जैसे कांग्रेसी नेताओं को हजम नहीं हो रही।
राकेश जम्वाल ने कहा कि प्रदेश सरकार का चार वर्ष का कार्यकाल शानदार रहा है और मंडी में हुई प्रधानमंत्री की रैली में उमड़ा जनसैलाब इस बात का प्रमाण है। प्रधानमंत्री की मंडी रैली सफल होने से कांग्रेस नेताओं की नींद उड़ गई है। कांग्रेस नेताओं को ये समझ में नहीं आ रहा है कि वो प्रदेश सरकार का विरोध करें भी तो कैसे? जम्वाल ने कहा कि कांग्रेस के नेता रैली में उमड़ी भीड़ को देखकर इतने हताश हो चुके हैं कि अंट-शंट बयानबाजी पर उतर आए हैं।