शुक्रवार को लोकसभा के नतीजे आये । बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ एक फिर सत्ता में काबिज होने जा रही है। इसमें कोई शक नहीं की बीजेपी इस चुनाव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को आगे कर लड़ रही थी । जिसका फायदा भी उन्हें मिला है । 2014 की तरह इस बार भी परिणाम रहे हैं । 2019 में भी 2014 की तरह मोदी वेब में धारासायी हो गये । इसमें कई क्षेत्रिय़ क्षत्रप भी हैं । जो कई बार अपने प्रदेश की कमान भी संभाल चुके है ।
इस लिस्ट में सबसे पहला और बड़ा नाम है JDS नेता पूर्व प्रधानमंत्री औऱ कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी देवगौड़ा का । जो कर्नाटक के टुमकुर से चुनाव लड़ रहे थे । इन्हें बीजेपी के जीएस बासवाराज ने हराया है ।
दिग्विजय सिंह जो मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री थे । इस बार भोपाल से चुनाव लड रहे थे । बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा ने दिग्गी राजा को मात दे दी है ।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री औऱ हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी अपना किला नहीं बचा पाये। गया से जदयू के विजय मांझी ने उन्हें हरा दिया ।
झारखंड के दो पूर्व मुख्यमंत्री भी अपना किला नहीं बचा पाये । राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी को कोडरमा से बीजेपी की अन्नापूर्णा देवी ने हरा दिया । वहीं राज्य के सबसे बड़े नेता औऱ दुमका से आठ बार के सांसद शिबू सोरेन भी चुनाव हार गये । बीजेपी के सुनील सोरेन ने उन्हें हराया ।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी सोनीपत से हार गये । इन्हें बीजेपी के रमेश कौशिक ने हराया।
उत्तारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को नैनाीताल से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने हरा दिया ।
तीन बार दिल्ली की गद्दी संभाल चुकी शीला दीक्षित को उत्तर पूर्व दिल्ली से दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने हराया है ।
मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा भी तुरा सीट नहीं बचा पाये । NPP की अगाथा ने उन्हें हराया ।
महाराष्ट्र के भी दो पूर्व मुख्यमंत्री अपनी सीट नहीं बचा पाये । अशोक चव्हाण को नांदेड़ से बीजेपी के प्रतापराव पाटिल ने हराया । वहीं पूर्व मुख्यमंत्री औऱ पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे भी सोलापुर से हार गये । बीजेपी के जय सिद्धेश्वर ने उन्हें हराया ।