कांग्रेस से बगावत कर शिमला शहरी क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हरीश जनारथा ने शुक्रवार को शिमला शहर के लिए घोषणापत्र जारी कर दिया है। जनारथा के घोषणापत्र के मौके पर हरीश जनारथा के साथ कई कांग्रेसी भी नज़र आए जो कि पार्टी से नाराज़ चल रहे है। वैसे भी हरीश जनारथा को मुख्यमंत्री का समर्थक माना जाता है इसलिए मुख्यमंत्री के अधिक समर्थक हरीश जनारथा के साथ दिखे। जनारथा के चुनावी मैदान में उतरने से जहां कांग्रेस के लिए झटका है तो दूसरी तरफ बीजेपी के लिए भी जनारथा चुनौती खड़ा कर रहे हैं। जनारथा का कहना है कि कांग्रेस ने टिकट आवंटन को लेकर गड़बड़ी की है उससे नाराज़ कार्यकर्ताओं के कहने पर वह चुनावी मैदान में कूदे हैं। उन्हें उम्मीद है कि शिमला शहर की जनता चुनाव में उनका साथ देगी।
हरीश जनारथा के घोषणापत्र की खास बातें:
- शिमला शहर के लिए शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाना
- महिलाओं और स्कूली बच्चों के लिए अलग से सिटी बस शटल सेवा शुरू करना
- स्मार्ट सिटी शिमला को विकसित करना और पार्किंग की सुविधा करना
- महिला सुरक्षा, वरिष्ठ नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन केन्द्र स्थापित करना
- नशे के खिलाफ मुक्ति आंदोलन, पार्क और पर्यटन को विकसित करना जैसे वायदे शामिल हैं।