शिमला लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमाने उतरे सब्जी बेचने वाले निर्दलीय प्रत्याशी रवि कुमार ने आज शिमला में अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया।
अपने घोषणा पत्र में रवि कुमार ने एक फ़ीसदी अति धनी लोगों पर संपति व उत्तराधिकार कर लगाने, कॉरपोरेट घरानों के टैक्स व कर्जा माफी खत्म करने,बैंकों के कर्जदार पर कार्यवाही करने,न्यूनतम मजदूरी 18 हजार, प्रति परिवार को पचास किलो खाद्यान के साथ दाल व तेल सार्वभौम सार्वजनिक वितरण प्रणाली में शामिल करने, बुजुर्ग विकलांग, अकेली महिलाओं और कमजोर आदिवासी समूह ले सदस्यों को 3 हजार सामाजिक सुरक्षा पेंशन की गारंटी,ग्रामीण क्षेत्रों के गरीबों के घर में गैस और बिजली की मुफ्त कनेक्शन दिए जाने, ठेका प्रथा खत्म करने।
आशा वर्कर और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा, हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्रों को जीएसटी के दायरे से बाहर रखने, कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना बहाल करने,शिक्षा पर सकल घरेलू उत्पाद का दस फीसदी खर्च करने, केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था करने और महिलाओं को संसद और विधानसभाओं में 33 फीसदी आरक्षण लागू करने की बात कही गयी है।
रवि कुमार ने कहा कि शिमला संसदीय क्षेत्र से 70 साल तक रहे बीजेपी और कांग्रेस के सांसदों की नियत और नीति एक जैसी ही रही है ।दोंनो हो दलों के सांसदों ने क्षेत्र में विकास के लिए काम नहीं किया। आजाद प्रत्याशी रवि कुमार का मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी सुरेश कश्यप और कांग्रेस के प्रत्याशी कर्नल धनीराम शांडिल से है।दोनों ही प्रत्याशी वर्तमान में विधायक भी है जबकि रवि कुमार एक दलित परिवार से संबंध रखते है और संजौली बाजार में अपना सब्जी का ठेला लगा कर अपने परिवार का पेट पालते हैं।