"करे कोई, भरे कोई" की कहावत बिजली विभाग पर फ़िट बैठती है। बिजली विभाग ने नए कनेक्शन पर चार गुणा दाम बढ़ा दिए है। जिसको लेकर प्रदेश में ख़ूब सियासत हो रही है। ऊर्जा मंत्री से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बिजली विभाग को उद्योग चुना लगाकर चले गए है। न्यायालय में जब मामला गया तो न्यायालय ने नीति बनाने के आदेश दिए। आनन फ़ानन में सरकार ने भरपाई के लिए ये दाम बढ़ाए गए है। लेकिन प्रदेश की जनता को ध्यान में रखकर इन दामों को कम करने पर विचार चल रहा है।
बिजली विभाग को अभी तक 100 करोड़ का चूना लग चुका है। यानी कि विभाग को उपभोक्ताओं से 100 करोड़ लेना है। इसमें सबसे ज़्यादा उद्योगों से 55 करोड़ लेना है जबकि अन्य से 45 करोड़ लेनदारी है। कुल मिलाकर 5 हजार उपभोक्ता है जो कनेक्शन काटकर चले गए। अब बिजली विभाग को इसका घाटा उठाना पड़ रहा है। ऊर्जा मंत्री ने बताया कि इसके अलावा लॉक डाउन में बिजलीं विभाग को करोड़ों का नुकसान हुआ लेकिन अब फ़िर से रिकवरी हो रही है और 75 फ़ीसदी बिजली बिक रही है। अब हिमाचल को बिजली प्रोजेक्ट पर 7.19 फ़ीसदी शेयर भी मिल रहा है।