सोशल मीडिया में देश के सर्वश्रेष्ठ मंत्री का तगमा पहनने वाले आइपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ने पाइप खरीदने में मुख्यमंत्री के हलके सराज को पीछे छोड़ दिया है। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार आइपीएच विभाग ने साल 2018-19 में धर्मपुर मंडल के लिए 7.64 करोड़ रुपए की 1013 मीट्रिक टन पाइपें खरीदी हैं। जबकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के चुनाव क्षेत्र के थुनाग मंडल के लिए 4.77 करोड़ की 620 मीट्रिक टन पाइपें खरीदी गई हैं। हमीरपुर सर्कल में आने वाले दूसरे मण्डल सरकाघाट में 3.58 करोड़ रुपये की 474 मीट्रिक टन और बड्सर मंडल में 3.59 करोड़ रुपये की 483 मीट्रिक टन औऱ हमीरपुर मंडल में 5.82 करोड़ रुपये की 789 मीट्रिक टन पाइपें खरीदी गई हैं।
इस प्रकार हमीरपुर सर्कल में आने वाले कुल चार मण्डलों में की गई कुल पाइपों की 36.39 करोड़ रुपये की खरीद में से लगभग आठ करोड़ रुपये की पाइपें आईपीएच मंत्री ने अपने गृह क्षेत्र धर्मपुर में ही बांट दी हैं। जबकि साथ लगते सरकाघाट मण्डल में जहां पानी की उतनी ही समस्या है जितनी धर्मपुर में है वहां के लिए एक तिहाई हिस्सा ही खर्च किया गया है। इन पाइपों के बारे पहले भी एक अन्य आरटीआई में ये बात सामने आ चुकी है कि विभाग द्वारा एक सार्वजनिक नल को लगाने के लिए औसत एक हज़ार से अधिक पाइपों की ख़पत दर्शायी है जिसकी जांच करने की मांग भी पहले कि जा चुकी है। लेक़िन धर्मपुर में जारी जंगलराज के बारे में मुख्यमंत्री भी केवल मूक दर्शक बने हुए हैं और यहां जारी जंगलराज औऱ परिवारवाद के आगे वे घुटने टेक चुके हैं।
ज़िला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह द्वारा विभाग पर आरोप लगाया है कि वे मंत्री के दबाव में पाइपों का वितरण जरूरत के आधार पर न करके अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को चोर दरवाजे से फ़ायदा पहुंचाने के लिए कर रहे हैं औऱ पाइपों की बंदरबांट कर रहे हैं। अधिकांश नल मंत्री के समर्थकों को नियमों को ताक पर रखकर चिटों पर स्वीकृत हो रहे हैं। पाइपों की खरीद में हुई बंदरबांट पर सरकाघाट की जनता में भारी रोष है। लोगों का कहना है कि पीने के पानी की जबरदस्त कमी होने के बावजूद मंत्री ने हमेशा इस क्षेत्र के साथ सौतेला व्यवहार किया है।
पाइप खरीद की हो सीबीआई जांच
माकपा नेता भूपिंदर सिंह ने कहा कि धर्मपुर में दरअसल पाइपें प्यासों की प्यास बुझाने के बजाय चहेते ठेकेदारों को मालामाल करने के लिए खरीदी जा रही है l उन्होंने कहा कि उनके पास पुख्ता सबूत है और आईपीएच विभाग से ली गई आरटीआई की सूचना भी है। जिसमें धर्मपुर में 25 सार्वजनिक नल लगाने के लिए विभाग द्वारा दिए गये कनेक्शन के लिए 1 इंच की 12296 पाइप लगा दी गई हैं जो एक भारी घोटाले की ओर इशारा कर रहा है l उन्होंने इस सारे मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है l
उन्होंने कहा कि अगर एक कनेक्शन को 491 पाइप लगा दी गई तो उस जल स्त्रोत और घर के बीच की दूरी साढ़े नो किलोमीटर बनती है l जो सबको अचंभित करने के लिए काफी है l इन नलों के लिए आधी इंच की 12296 और पौने इंच की 905 पाइपें विभाग ने ठेकेदारों को जारी की हैं जिससे लाखों रुपए का गोल माल साफ नजर आ रहा है l जिसकी सीबीआई से उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए l क्योंकि एक नल के लिए 10 और 12 पाइप तो लग सकती हैं l लेकिन 491 पाइप प्रति नल लगाना बहुत बड़ा घोटाला है l