मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा पेश कटौती प्रस्ताव पर सोमवार को सदन में स्वास्थ्य सेवाओं के ऊपर हुई चर्चा हुई। चर्चा के दौरान सीएलपी मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि डॉक्टरों की कमी भी हिमाचल में बहुत बड़ा मुद्दा है। जयराम सरकार इसकी टोपी उसके सर और उसकी टोपी इसके सर रखने वाले सिंद्धांत पर काम कर रही है। कटौती प्रस्ताव पर विपक्ष के नेता ने सत्ता पक्ष से पूछा कि बिलासपुर में एम्स का शिलान्यास पीएम नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल विधानसभा चुनावों से पहले किया था लेकिन, अभी तक कार्य आगे नहीं बढ़ पा रहा है। इसके लिए क्या किया जा रहा है? इसकी स्थिति स्पष्ट करें।
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वहीं, अग्निहोत्री नें कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में 200 से अधिक स्वास्थ्य संस्थान खोले गए हैं। सरकार उनको बंद करने के बजाय वहां डॉक्टर नियुक्त करें। हिमाचल के बॉर्डर क्षेत्र में तैनात जो डॉक्टर निज़ी कार्य कर रहे हैं उनके ऊपर नकेल कसी जाए। सरकार ने हिमाचल में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जो बजट रखा है बहुत कम है। पीजीआई का काम शुरू क्यों नहीं हो रहा है।
हमीरपुर मेडिकल कॉलेज का काम शुरू क्यों नही हों पा रहा है। उन्होंने कहा कि हरोली में अस्पताल के लिए गॉयनोलॉजिस्ट की नियुक्ति की जाए। हिमाचल में 3 नए मेडिकल कॉलेज की वास्तविक स्थिति क्या है। टांडा और आईजीएमसी में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए क्या किया जा रहा है।