हिमाचल प्रदेश की नई सरकार की कैबिनेट बैठक वीरवार को होने जा रही है। दोपहर 2 बजे से होने वाली इस बैठक में कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि जयराम सरकार सबसे पहले पिछली सरकार के चुनाव से 6 महिने पूर्व लिए गए तमाम लोक-लुभावन फैसलों को पलटने की तैयारी में है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है कि प्रदेश पर बेतहाशा कर्ज है। कर्ज के बोझ को लेकर उन्होंने पिछली सरकार पर निशाना भी साधा था। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो कार्य राज्य की फिजूल खर्ची को बढ़ा रहे हैं, उन्हें तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि पिछली सरकार नियुक्तियों और बिना भवन अस्पतालों तथा दूसरे संस्थानों के ऐलान के बाद बजट की कमी पड़ गई है। बीजेपी ने चुनाव से ठीक पहले नियुक्तियों और शिलान्यासों को चुनाव लाभ के लिए लोक-लुभावन वादे करार दिए थे। ऐसे में जब बीजेपी की सरकार सत्ता में है, तो सबसे पहला कदम उन लोक-लुभावन वादों को खिलाफ लिए जाने की संभावना है।