नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कोरोना काल में लिए गए सभी जनविरोधी फैसलों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने को कहा। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार राज्य की जनता के हितों को ताक पर रख कर प्रदेश वासियों पर बोझ डाल रही हैं। महंगाई बढाने वाले निर्णयों के ख़िलाफ़ जन आक्रोश बढ़ रहा है और आने वाले समय में जनता का ग़ुस्सा इस कदर फूटेगा कि सरकार से नियंत्रित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि अगर जयराम समझते हैं कि वह खामोशी से लोगों का पसीना निकालते रहेंगे तो यह जायदा नहीं चलेगा।
मुकेश ने कहा की सरकार महंगाई के सारे रिकोर्ड तोड़ चुकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक दल और कांग्रेस संगठन मिलकर इस बारे रणनीति बनाएंगे और प्रदेशव्यापी आंदोलन खड़ा किया जाएगा। उन्होंने कहा की जब लोग बेरोज़गारी और वित्तीय दिकतों से जूझ रहे हैं, करोना मौतें लगातार जारी हैं आत्महत्याओं ने प्रदेश को झंझोर दिया है। ऐसे समय में सरकार बेशर्मी से अनुदान घटा रही है और दाम बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने राज्य में राशन की लोकप्रिय योजना दी थी जिसका सरकार ने भठा बिठा दिया।
आज की अखबारों में जो एपीएल परिवारों के राशन के दाम बढ़ने की ख़बर आई हैं उससे प्रदेश के लोगों को धक्का लगा है। हाल ही में तेल 70 से 97 किया था अब 103 रुपय कर दिया। मलका और माश 55 से 60 कर दिए और दाल चना 45 से 50 कर दिया है। यह जनता के साथ धोखा है। उधर, हाल ही में बिजली के घरेलू मीटर लगाने की दरें चुपचाप बढ़ा दी, जो दर एक किलोवाट की 240 थी उसे बढ़ा कर 928 कर दिया गया। मीटर लगाने की दरें चार गुना बढ़ा दी गई। इस तरह बिजली का मीटर लगाना भी आम जनता के बस से बाहर कर दिया। जिस तरह उद्योग के मीटर के दाम बढ़े हैं तो प्रदेश में पूंजी निवेश को कौन आएगा। इससे पहले सरकार ने बिजली अनुदान में कटौती कर उसे 125 यूनिट तक सीमित कर दिया।
अग्निहोत्री ने कहा कि इस समय भारी भरकम बिल लोगों की कमर तोड़ रहे हैं। इसी तरह सरकार ने गाड़ियों की रजिस्टरेशन फ़ीस एक तरफ़ा बढ़ा दी। पहले अधिकतम सीमा 4 फ़ीसद थी जिसे अब दस फ़ीसद तक कर दिया। पचास हज़ार तक दो पहिया वाहन की फ़ीस सात फ़ीसद और कारों पर दस फ़ीसद हो गई है। सरकार ने इसी तरह बसों के किराए बढ़ाए । उन्होंने कहा कि जयराम अपने शासन काल में पचास फ़ीसद किराए बढ़ा चुके हैं और न्यूनतम किराया सात रुपय कर दिया गया। जबकि सीमेंट के दामों में लगातार बढ़ोतरी हुई है। भाजपा शासन में सीमेंट के रेट में सौ रुपय की बढ़ोतरी हुई है और दाम चार सौ रुपय पार कर गए हैं।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में परीक्षा शुल्क बढ़ा दिया जबकि पहले वादा किया था कि करोना काल में स्कूल फ़ीसें नही लेंगे बाद में कह दिया की इन्हें लेने के लिए स्कूल प्रबंधन स्वतंत्र है। पेट्रोल- डीजल के दामों की बढ़ोतरी तो लगातार चल ही रही है। मुक़ेश अग्निहोत्री ने कहा की सरकार के तौर तरीक़े अब ज़्यादा बर्दाश्त नहीं किए जा सकते, सरकार कल्याणकारी सरकार नहीं है और जनता को खुलेआम लूट रही है।