कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने बड़े स्तर पर किए गए तबादलों पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अग्निहोत्री ने कहा कि जयराम सरकार ने 4 महीने में खत्म हो रही साख को बचाने के लिए अपनी नाकामियों का ठीकरा अफसराशाही पर फोडऩे का प्रयास किया है।
मुकेश ने कहा कि पहली दफा अफसरशाही में भी सरकार के प्रति अविश्वास का माहौल दिख रहा है। रविवार को जारी बयान में मुकेश अगिनहोत्री ने कहा कि 4 माह में सरकार की आम जनमानस में छवि हर मोर्चे पर फेल होने की बनी है। ऐसे में चार 4 माह के बाद ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपनी पहली बनाई गई टीम को पलट दिया है।
तबादले वाले सीएम के रुप में विख्यात हो रहे जयराम
मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि पहले ही दिन से जयराम तबादले वाले सीएम के रुप में विख्यात हो रहे हैं। सचिवालय में ही सैकडों फेरबदल हो चुके हैं। अपनी खामियों पर पर्दा डालने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को ताश के पत्तों की तरह फेंटने का नाकाम प्रयास हो रहा है।
सीएम कार्यालय ही कमजोर
अगिनहोत्री ने कहा कि पहली बार प्रदेश में ऐसा देखने को मिल रहा है कि सीएम कार्यालय ही कमजोर केंद्र के रुप में उभर रहा है। जिससे कामकाज संभल नहीं रहा है सीएम कार्यालय का ठीक से काम न करने की चिंता भी जयराम के चेहरे पर झलक रही है। इसिलिए तबादलों से सीएम के मजबूत होने के संदेश दिया जा रहा है।
सत्ता के हैं कई केंद्र
सत्ता के पावर सेंटर अपने-अपने हिसाब से बदलाव कर रहे हैं जिससे नीतियां और दिशा बुरी तरह से भटकर रही है। इससे आने वाले दिनों में विद्रोह को भी बढ़ावा मिल सकता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार पूरी तरह से सैटल नहीं हुई है जिसका दर्द बीजेपी की कौर कमेटी में भी झलका है। प्रदेश से बाहर हुई कौर कमेटी की बैठक में हुई चर्चा के बाद तबादले हुई हैं इसमें इस कमेटी की छाप देखने को मिल रही है। मुख्यमंत्री कार्यालय काफी कमजोर दिख रहा है। कानून व्यवस्था बदहाल हो चुकी है। हत्या और दुराचार सहित कई अन्य मामले बढ़े हैं। अब तक 105 से अधिक घटनाएं काफी चिंताजनक विषय है।