कांगड़ा जिला के तीन दिवासीय दौरे के अंतिम दिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शुक्रवार को इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे। यहां मीडिया के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार के लिए प्रदेश नेतृत्व केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष सभी पक्ष रख चुका है, मंत्रिमंडल का विस्तार करना अब केंद्र के पाले में है। उन्होंने कहा कि बजट सत्र से पहले नए विधानसभा अध्यक्ष की नियुक्ति के साथ साथ मंत्रीमंडल के विस्तार की भी उम्मीद है। महाराष्ट्र, झारखंड, दिल्ली और उससे पहले संगठन के चुनावों के चलते मंत्रिमंडल विस्तार में देरी हुई है।
वहीं, प्रदेश के लिए बार बार कर्ज लेने और वित्तिय स्थिति के प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार तो कंजूसी से कर्ज ले रही है। लेकिन यदि भाजपा की जगह कांग्रेस की सरकार होती तो इस समय कर्ज 60 हजार करोड़ से ऊपर हो जाता। उन्होंने कहा कि हिमाचल को ज्यादा कर्जदार बनाने में कांग्रेस का सबसे बड़ा हाथ है। मुख्यमंत्री ने यह माना कि कर्ज लेना मजबूरी है लेकिन अंधाधुंध तरीके से नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल सरकार प्रदेश के राजस्व को बढ़ाने के लिए पर्यटन, खनन विभाग तथा जी.एस. टी. को प्रभावी ढंग से लागू करने पर काम कर रही है। खनन से राजस्व को बढ़ाने के लिए नई नीतियों लागू करने पर काम किया जा रहा है। प्रदेश में जो लोग जी.एस. टी. चोरी कर रहे है उन पर शिकंजा कसा जा रहा है।
नशे के बढ़ते कारोबार और जिला कांगड़ा में नूरपुर और धर्मशाला के दोनों नशा निवारण केंद्रों के बंद होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बजट सत्र में इस विषय पर गंभीरता से चर्चा करेगी।उन्होंने कहा कि सरकार ना केवल इन दोनों केंद्रों का उत्थान करेगी बल्कि और भी प्रदेश में नए नशा निवारण केंद्रों को खोलने को लेकर विचार करेगी।उन्होंने कहा कि नशे प्रभाव ना केवल प्रदेश में बल्कि साथ लगते प्रदेशो में और भी बड़े स्तर पर है।उन्होंने कहा युवा पीढ़ी को कैसे इस दलदल से निकाला जाए इसके लिए सरकार कृतसंकल्प है।