केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सीएम वीरभद्र सिंह के आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के खिलाफ जो मामले चल रहे हैं वह पूर्व की कांग्रेस सरकार के समय के हैं, ऐसे में वीरभद्र सिंह द्वारा यह कहना गलत है कि जेतली और धूमल के इशारे से उन पर केस चल रहे हैं। इसके पीछे बीजेपी का कोई हाथ नहीं है। एक सवाल के जवाब में जेटली ने कहा कि उन्होंने और धूमल ने सेब की ढुलाई स्कूटर पर करने को नहीं कहा था। दस्तावेजों के आधार पर ही उनके खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं और इस पर कानून के मुताबिक कार्रवाई हो रही है। बता दें कि इससे पहले वीरभद्र सिंह कई बार जेतली और धूमल पर भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसाने और 3-3 केंद्रीय एजेंसियों से जांच करवाने के आरोप लगा चुके हैं।
कांग्रेस सरकार के 5 साल अपनी साख को बचाने में गए
जेटली ने कहा कि पिछले पांच साल का कांग्रेस का कार्यकाल पूरी तरह से निराशाजनक रहा है। जेटली ने कहा कि मौजूदा सरकार के 5 साल अपनी साख को बचाने में गए हैं, ऐसे में विकास को रफ्तार देने के लिए आने वाले समय में बीजेपी को डबल काम करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार के भीतर पावर स्ट्रगल थी। सरकार के भीतर ही उनके ही नेताओं का आदर नहीं था।