कांगड़ा के फतेहपुर में भाजपा से बागी होकर निकले पूर्व सांसद डॉ. राजन सुशांत अब प्रदेश में थर्ड फ्रंट लाने का पूरी तरह से मन बना चुके हैं। इसी कड़ी में अपनी फिर से राजनीतिक पृष्ठभूमि को खोजने के लिये उन्होंने मौजूदा सरकार और उनके नेताओं की कार्यप्रणालियों पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिये हैं। डॉक्टर सुशांत ने मौजूदा सरकार के वन मंत्री पर जुवानी हमला करते हुए कहा कि वन मंत्री पौंग विस्थापितों को गुमराह कर रहे हैं ।
उन्होंने वन मंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि एक ओर वन मंत्री कह रहे हैं कि पौंग डैम की जमीन को किसान बीज सकते हैं तो वहीं दूसरी ओर उनके अधिकारी इसे गैरकानूनी बताकर उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं ये सरकार का दोहरा चरित्र नहीं तो और क्या है। मुख्यमंत्री के जहन में ये मुद्दा होने के बावजूद भी वो पूरी तरह से चुप बैठे हैं। डॉक्टर सुशांत ने सरकार की कार्यप्रणाली पर तंज कसते हुए कहा कि आखिर सरकार को मुख्यमंत्री, उनके मंत्री चला रहे हैं या अधिकारी।
डॉ. सुशांत ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर बकायदा केंद्र सरकार का ये फ़रमान है कि पौंग इलाके के पक्षियों और यहां के प्रभावित किसानों को बचाने के लिये राज्य सरकार कमेटियों का गठन करें ताकि इस मुद्दे का जल्द से जल्द हल निकाला जा सके। बावजूद इसके अब तक समझ नहीं आ रहा कि इस मुद्दे को लेकर असमंजस की स्थिति क्यों पैदा की जा रही है। अब तक सिर्फ इस मामले में लीपापोती होती रही सरकारें गुमराह करती रही हैं। उन्होंने हुक्मरानों को नसीहत देते हुये कहा कि अगर सरकार इस समस्या का हल नहीं कर पा रही तो उनसे सलाह ली जा सकती है। उन्हें वो अपने अनुभव से बेहतर सलाह दे सकते हैं जो कि उनके काम आयेगी।