कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों के बेतन भत्ते देने के नाम पर लिये जा रहें कर्जे पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा है कि अगर इस पर कोई विराम नहीं लगा तो प्रदेश को इससे उभरना आसान नहीं होगा। उन्होंने कहा है कि जब इस सरकार को कर्मचारियों के बेतन भत्ते देने के ही लाले पड़ रहें हैं तो ऐसे में प्रदेश के विकास की इनसे कोई उम्मीद करना भी व्यर्थ होगा। साल के पहले महीने ही 500 करोड़ का ऋण लेना प्रदेश की अर्थव्यवस्था की पूरी पोल खोलता है। प्रदेश में भाजपा का दो साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। चुनावों से पूर्व भाजपा के नेता प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनने के दाबे के साथ प्रदेश के विकास और बेहतर अर्थव्यवस्था की बड़ी-बड़ी ढींगे मारते थे। आज यह नेता इस पर खामोश बैठे है।
राठौर ने कहा है कि प्रदेश को कोई भी वित्तीय सहायता इन दो सालों में केंद्र सरकार से नहीं मिली। इस दौरान प्रदेश सरकार केंद्रीय नेताओं की आवभगत में जुटी रहीए पर उसे इसका कोई भी लाभ आज दिन तक नहीं मिला। उल्टे इन की आवभगत में प्रदेश का दिवालिया निकलता जा रहा है। प्रदेश के भाजपा नेता जो एक इन्ही की पार्टी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर विराजमान हैं और दूसरे वित्त राज्य मंत्री के पद पर बैठे हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि इन दोनों नेताओं को प्रदेश के विकास और इसकी समस्याओं और बिगड़ती अर्थव्यवस्था की कोई चिंता ही नहीं है। दोनों नेता जब प्रदेश के दौरे पर आते है लोगों को इस बारे गुमराह करके लौट जाते है।
उन्होंने कहा है कि भाजपा का प्रदेश में दो साल में यह डबल इंजन अब हांफ कर फेल हो गया है। प्रदेश के लोगों ने इससे किसी भी राहत की उम्मीद छोड़ दी है। इन दो सालों में प्रदेश में बढ़ती महंगाई बेरोज़गारी से साफ है कि जयराम सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है।