हिमाचल प्रदेश प्लैनिंग कमिशन के उपाध्यक्ष और पूर्व में खाद्य मंत्री रहे रमेश धवाला ने भी अब संगठन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि गलत लोगों को संगठन के पदाधिकारी की कुर्सी दे रहे हैं और यही कारण है कि लगातार प्रदेश में भाजपा के भीतर माहौल खराब हो रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे लोगों को संगठन में पदाधिकारी और यहां तक कि प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य तक संगठन ने बना दिया है जो कि निंदा की बात है। कुछ ऐसे लोग संगठन में विधायक बनने का सपना देख रहे हैं जो पिछले दो चुनावों से लगातार पार्टी को हराने का काम कर रहे हैं। यह वह लोग हैं जो अपने बूथ पर आज तक बीजेपी के लिए लीड नहीं दिलवा सके।
रमेश धवाला ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनावों की बात करें तो कुशल ठाकुर 24 वोट डाउन गए थे। वहीं, अगर लोकसभा चुनावों की बात करें जब पूरे देश और प्रदेश में मोदी लहर थी उस समय भी इस बूथ पर कांग्रेस को 59 वोटों की लीड कांग्रेस को मिली थी। जबकि बाकी सभी 101 बोट भाजपा के पक्ष में थे। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को भाजपा के संगठन के पदाधिकारी आगे लेकर आ रहे हैं तो माहौल तो कहीं ना कहीं खराब होगा ही। वीरवार को कुछ लोग मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिले हैं।
इस बात को लेकर रमेश धवाला ने समाचार फर्स्ट को बताया कि 400 के करीब लोग मिलने की बात है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं था। 200 के करीब लोग जयराम ठाकुर से ज्वालामुखी से जाकर मिले हैं। जिनमें से 100 से अधिक कांग्रेसी थे और 2-3 बीजेपी के प्रधान थे। जिनको यह कहकर ले गए थे कि मुख्यमंत्री ने आज विकास के कामों के लिए मिलने का समय दिया है। इसलिए हम सब मुख्यमंत्री के पास मिलने जा रहे हैं। लेकिन वह मौके पर जाकर पता चला कि वह मुख्यमंत्री से मिलने नहीं बल्कि वहां के स्थानीय विधायक और उपाध्यक्ष योजना बोर्ड रमेश धवन की शिकायत करने गए थे।
उन्होंने कहा कि मैं भी प्रदेशाध्यक्ष से मांग करता हूं कि इस तरह के लोग जो पार्टी का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं और घुसपैठियों की तरह काम कर रहे हैं। इन लोगों को तुरंत प्रभाव से पार्टी को निष्कासित कर देना चाहिए और जहां तक मुख्यमंत्री की बात है तो धवला ने कहा कि मुख्यमंत्री सभी को साथ लेने का प्रयास कर रहे हैं और उनकी भूमिका सकारात्मक ही रही है लेकिन इससे तभी कुछ होगा जब जनसंघ भी साथ देगा और एक माहौल बीजेपी का बना रहेगा।