प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में 17 पीएचसी बंद करने के फैसले पर हिमाचल महिला कांग्रेस ने आपत्ति जताई। महिला कांग्रेस अध्यक्ष जैनव चंदेल ने कहा है कि सबका साथ सबका विकास का दावा करने वाली भाजपा सरकार ने पूर्व सरकार द्वारा खोले गए 17 पीएचसी बंद करने का फरमान जारी करके साबित कर दिया है कि वह जनता का कितना विकास चाहती है। सरकार के इस फैसले से सबसे ज्यादा दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाली महिलाएं, बजुर्ग और बच्चे प्रभावित होंगे। सरकार के इस फैसले से साफ है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार से कोई लेना देना नहीं है।
जैनव चंदेल ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के उस आरोप पर जिसमें उन्होंने कहा है कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने बिना बजट राजनैतिक कारणों से कुकरमुतो की तरह संस्थान खोले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री का यह बयान उनकी सत्ता का अहंकार है। उन्होंने कहा कि सरकार समय समय पर आवश्यकता अनुसार लोंगो की मांग पर उनकी सुविधा के लिए ऐसे संस्थानों को खोलती है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा है कि वह बताए इसमें राजनीति कहां से आ गई। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर इस प्रकार का कोई भी आरोप लगाना प्रदेश का अपमान है क्योंकि वीरभद्र सिंह ने बगैर किसी राजनैतिक भेदभाव व राजनीतिक द्वेष से सभी के काम किये है। उन्होंने प्रदेश का समान विकास किया और यही वजह है कि उन्हें प्रदेश के लोगों ने उन्हें छह बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर आसीन किया।
चंदेल ने मुख्यमंत्री जयराम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज वह जिन भी योजनाओं को लोगों को समर्पित कर रहें हैं वह सब पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की ही योजनाएं थी। उवीरभद्र सिंह ने कभी भी ऐसी किसी योजना की कोई आधारशिला नही रखी जिसका उन्होंने कोई बजट प्रावधान न रखा हो।