जब-जब हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के दौर आता है तो शाहपुर से पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया मीडिया के साथ वार्तालाप में नज़र आने लगते हैं। इस कड़ी में उन्होंने आज धर्मशाला में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और खुद को निर्दलीय बताते हुए चुनाव लड़ने की बात कह डाली।
मनकोटिया ने कहा कि मैं निर्दलीय हूं, साथियों व समर्थकों से चर्चा करके चुनाव बारे आगामी निर्णय लूंगा और चुनाव जरूर लडू़ंगा। जेल और बेल वालों को चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं मिलना चाहिए। मनकोटिया ने दावा किया कि चुनावी समय आने पर दोनों दलों को वक्त डाल दूंगा। उन्होंने कांग्रेस सरकार के दौरान धर्मशाला को दूसरी राजधानी का दर्जा देने के साथ जम्मू-कश्मीर की तर्ज पर चार माह सरकार का संचालन धर्मशाला करने का मुद्दा उठाया था। हमारे जोर देने पर धर्मशाला में विधानसभा भवन तो बना, लेकिन दो सप्ताह के सत्र का आयोजन नहीं हो पाया।
साथ ही बजट सत्र भी दो साल बाद धर्मशाला में आयोजित करने मामला उठाया गया था, लेकिन कोई अमल नहीं हुआ। अब सीएम जयराम ठाकुर 5 दिन का सत्र करके, निचले क्षेत्रों के लोगों से मजाक न करें। इतना लंबा समय बीतने के बाद भी धर्मशाला को दूसरी राजधानी का दर्जा नहीं मिल पाया है। कांगड़ा सबसे बड़ा जिला है, जहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनना चाहिए, लेकिन सीएम जयराम ठाकुर मंडी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने जा रहे हैं।
सेंट्रल यूनिवर्सिटी पर धर्मशाला के पूर्व मंत्री ने बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन धरातल पर काम नहीं कर पाए। मनकोटिया ने कहा कि जन प्रतिनिधियों को लोगों ने जीत दिलाकर सदन में अपनी समस्याएं उठाने के लिए भेजा है, लेकिन प्रदेश में विपक्ष अपनी भूमिका सही से नहीं निभा पा रहा। बहाने बनाकर विपक्ष वॉकआउट कर जाता है। विपक्ष को वॉकआउट के बजाय सदन में चर्चा करनी चाहिए।