<p>भले ही नगर परिषद व नगर पंचायतों के चुनाव परिणामों को किसी दल के लिए कोई बड़ा जनादेश नहीं माना जा सकता है। क्योंकि इसमें जिले के शहरी क्षेत्र जिसमें अभी मंडी शहर जो नगर निगम बन चुका है शामिल नहीं है, की बहुत कम आबादी शामिल हुई है। इसके बावजूद भी इन परिणामों को नजर अंदाज करना राजनीति दलों की भूल हो सकती है। खास कर सत्तारूढ़ दल भाजपा के लिए यह चुनाव परिणाम जो पंचायती राज संस्थानों के बड़े चुनावों से दस दिन पहले आए हैं चिंता का सबब हो सकते हैं। यकीनन इन चुनाव परिणामों से भाजपा व सरकार के चेहरे पर सिकन आई होगी। यह एक संभल जाने का संकेत भी माना जा सकता है। </p>
<p>जिले की बात करें तो सुंदरनगर नगर परिषद जो चुनाव में शामिल रही 6 स्थानीय निकायों में सबसे बड़ी है में 10-3 का स्कोर भाजपा के लिए खुश होने की बात हो सकती है या फिर इसे भाजपा के विधायक व प्रदेश महामंत्री राकेश जमवाल के लिए सुकून माना जा सकता है मगर बाकी पांच निकायों के परिणामों को लेकर भाजपा को चिंतन मनन करने की जरूरत पड़ सकती है। बल्ह के भाजपा विधायक इंद्र सिंह गांधी के क्षेत्र में नेरचौक नगर परिषद व रिवालसर नगर पंचायत का संकेत शुभ नहीं कहा जा सकता। दोनों ही जगहों पर कांग्रेस से पीछे ही स्कोर रहा है। अध्यक्ष उपाध्यक्ष पद हथियाने में भी यहां सत्तारूढ़ दल को कई पापड़ बेलने पड़ सकते हैं। </p>
<p>सरकाघाट, करसोग व जोगिंदरनगर में भी भाजपा के पक्ष में कोई बड़ा जनादेश नहीं है। कामचलाउ ही बात बनी है। मुख्यमंत्री ठाकुर जय राम का गृह जिला है ऐसे में यह आधी अधूरी लंगड़ी जीत ज्यादा खुशी देने वाली नहीं है। इससे उल्ट कांग्रेस इन चुनाव परिणामों को संजीवनी मान कर चल रही है। उसे लगने लगा है कि एक सप्ताह बाद आने वाले पंचायती राज संस्थानों के चुनाव परिणाम उसके लिए और अधिक अच्छी खबर लेकर आ सकते हैं। कांग्रेस का खुश होना एक तरह से जायज भी लग रहा है क्योंकि मंडी जिले के राजनीतिक इतिहास में पहली बार कांग्रेस पिछले विधानसभा चुनावों में शून्य पर पहुंच गई थी। अब नगर पंचायतों व नगर परिषदों से ही सही उसे कुछ तो हासिल होने लगा है।</p>
<p>कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आकाश शर्मा का दावा है कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस को बढ़त मिली है। इसके बावजूद कि भाजपा ने आदर्श चुनाव संहिता का खुला उल्लंघन करते हुए सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग किया है। कांग्रेस के जिला मीडिया प्रभारी गुरमुख सिंह का भी यह दावा है कि जिले की करसोग, सरकाघाट, रिवालसर, नेरचौक व जोगिंदरनगर में कांग्रेस को बढ़त मिली है जो सरकार के लिए एक बड़ा झटका है।</p>
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