मंडी के भाजपा सांसद रामस्वरूप शर्मा के असमायिक व अचानक निधन के बाद खाली हुई मंडी संसदीय सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान कभी भी हो सकता है। तारीख तो तय चुनाव आयोग को करनी है मगर इसके लिए कई नए चेहरे भी उम्मीदवार के तौर पर सामने आने लग गए हैं। दोनों प्रमुख दलों भाजपा व कांग्रेस से टिकट की चाह रखने वालों ने वरिष्ठ नेताओं व आलाकमान के साथ अपने संपर्क अभियान तेज कर दिए हैं।
भाजपा टिकट के लिए दावेदारों की बात करें तो कई नाम तो पहले ही सामने आ चुके हैं मगर अब कुछ नए नाम भी जुड़ने लगे हैं। पिछले चुनावों में रामस्वरूप शर्मा के कवरिंग केंडीडेट रहे और टिकट की प्रबल दावेदारी जताने वाले ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर, युद्ध सेवा मेडल को लेकर भी चर्चाएं फिर से तेज हो गई हैं और वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलकर अपनी दावेदारी का संकेत दे चुके हैं।
इधर, एक और पूर्व सैनिक मेजर खेम चंद ठाकुर ने भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मिलकर अपने मन की बात को सांकेतिक तौर पर जाहिर कर दिया है कि वह भी मंडी संसदीय क्षेत्र से उपचुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्होंने शिमला में मुख्यमंत्री से भेंट की जो बकौल उनके महज शिष्टाचार के नाते की गई। मगर सूत्र बताते हैं कि मेजर खेम सिंह ठाकुर जो मंडी जिले की ही बल्ह घाटी की राजगढ़ कैहड़ पंचायत के गांव खियूरी दोम के रहने वाले हैं, अब राजनीति में आने को आतुर हैं। 50 वर्षीय खेम चंद ठाकुर रिटायर होने के बाद होम गार्ड व फायर सर्विसज के कमांडेंट रहे व वर्तमान में मंडी सीएसडी कैंटीन में प्रबंधक हैं।
उनकी मुख्यमंत्री से मुलाकात के यही मायने निकाले जा रहे हैं कि वह मंडी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा टिकट के दावेदार हैं। इस बारे में अब इलाके में चर्चा भी जोरों से चल रही है। इसे लेकर जब उनसे संपर्क किया गया तो उन्होंने माना कि मुख्यमंत्री से मुलाकात हुई है मगर यह शिष्टाचार के नाते थी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनसे मैदान में उतरने के लिए कहा जाएगा तो वह इसके लिए तैयार हैं। ऐसे में जहां मंडी संसदीय सीट के उपचुनाव के लिए राजनेता अजय राणा, महेश्वर सिंह, रूप सिंह ठाकुर, गुलाब सिंह, युवा आरएसएस नेता प्रवीण ठाकुर आदि अपनी अपनी दावेदारी को गाहे बगाहे जता चुके हैं वहीं पूर्व फौजी भी इस फील्ड में आने की कोशिश में लग गए हैं।