विधायक निधि द्वारा विभिन्न पंचायतों को जारी किए गए पैसे को समय रहते पंचायतों तक न पहुंचने को लेकर विधायक सतपाल रायजादा ने खंड विकास कार्यालय में दबिश दी। लेकिन बीडीओ ऊना की गैर मौजूदगी में रायजादा ने कार्यालय के अधीक्षक को जमकर लताड़ लगाई। रायजादा ने अधिकारियों पर विधायक निधि के काम न करने के आरोप लगाए। वहीं रायजादा के जनता के कार्य को जनमंच तक लटकाने के आरोप लगाया।
ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने कहा कि जब से प्रदेश में जयराम सरकार बनी है, तब से ही कांग्रेस विधायकों की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार बनने के बाद से मेरे द्वारा सदर की विभिन्न पंचायतों को पैसे जारी किए गए। लेकिन बीडीओ कार्यालय से पैसे जारी करने में काफी महीने बीत जाते हैं। अब भी कुछ पंचायतों में पैसा जारी न होने पर उन्होंने शुक्रवार से भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी थी। जब वह शुक्रवार सुबह भूख हड़ताल के लिए बीडीओ कार्यालय पहुंचे, तो एक पंचायत के लिए पैसा जारी कर दिया गया था।
विधायक सतपाल सिंह राजयादा ने कहा कि बीजेपी सरकार में कांग्रेस के विधायकों की अनदेखी की जाती है। विधायकों द्वारा विभिन्न विकास कार्यों को जारी किया गया फंड रिलीज नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि अगर विधायक निधि का पैसा विधायक नहीं खर्च सकता है, तो प्रदेश सरकार को विधायक निधि को बंद कर देनी चाहिए और सरकार को स्वयं विकास कार्य करवाने चाहिए। रायजादा ने बताया कि बीडीओ कार्यालय में काफी बार आए, लेकिन अधिकारी बाहर ही रहते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकतर कामों को जनमंच के माध्यम से करवाया जाता है और काम का सारा श्रेय बीजेपी सरकार लेना चाहती है।
उन्होंने कहा कि जानबूझकर कई काम जनमंच में उठाए जा रहे हैं और बीजेपी नेता श्रेय लेकर फिर कामों को किया जा रहा है। जबकि कांग्रेस विधायकों के काम को रोका जा रहा है। विधायक ने कहा कि अगर जल्द ही ऊना सदर की विभिन्न पंचायतों को विधायक निधि द्वारा जारी पैसा जल्द जारी न किया गया, तो बीडीओ कार्यालय के बाहर बैठ भूख हड़ताल करने से गुरेज नहीं किया जाएगा।