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हिमाचल में ताश का महल बना रहे हैं CM जयराम, कभी भी हो सकता है धराशायी: अग्निहोत्री

रविंदर, ऊना |

नेता विपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने ऊना में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर जमकर हमला बोला है। मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि जयराम ठाकुर हिमाचल में ताश का महल बना रहे हैं जो किसी भी समय तहस-नहस हो सकता है। उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर को कांग्रेस कोई प्रमाण पत्र नहीं दे रही है और न ही हम प्रमाण पत्र बांटते हैं लेकिन प्रदेश की जनता ने जयराम सरकार को कागजी शेर का प्रमाण पत्र दे दिया है। जिससे साफ है कि जनता के बीच पकड़ बनाने में मुख्यमंत्री विफल साबित हुए हैं और महज कागजी घोड़े दौड़ाने और हवाई सफर में ही मस्त हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की जयराम सरकार के पास कोई वर्क कल्चर नहीं है। जिसके चलते भाजपा सरकार की जमीनी पकड़ दूसरे साल में भी बन नही पाई है। न ही सरकार अपना रिपोर्ट कार्ड दे पा रही है। उन्होंने कहा कि जिस जनमंच की मुख्यमंत्री आरती उतारने का काम कर रहे हैं, वहीं झंडमंच इस सरकार के कफन की अंतिम कील बनेगा। मुकेश ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बताएं कि केंद्र व विदेशी निवेश की योजनाओं का पैसा प्रदेश की किस जेब में पहुंचा है और कितना आया है।

उन्होंने कहा कि विधानसभा में  सरकार ने सच स्वीकार किया है कि सिर्फ कागजी योजनाएं दौड़ रही हैं। अभी तक कोई पैसा प्रदेश को नही मिला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कांग्रेस की जेब की चिंता न करें। प्रदेश के विकास और खजाने का चिंतन करें। उन्होंने कहा कि झूठ व काठ की हांडी बार-बार नही चढ़ सकती इसलिए अब जनता झूठ की बिसात बिछघने वाली भाजपा को करारा जवाब देगी।

सीयू पर बीजेपी में लगी श्रेय की होड़

मुकेश ने कहा कि लोकसभा चुनाव को सिर पर देखते हुए आनन-फानन में भागदोड़ हो रही है। जिसके चलते आधे अधूरे शिलान्यास किए जा रहे हैं। जबकि काम शुरू नही हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय यूपीए सरकार की देन है। जिसे 2007 में शुरू किया गया था। बीजेपी की आपसी श्रेय की लड़ाई के चलते इसका शिलान्यास देरी से हुआ है और इस शिलान्यास में भी श्रेय की होड़ दिखी है और बीजेपी की एकजुटता तार-तार हुई है।

कर्ज लेना है जयराम सरकार की पहल

मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि भाजपा ने वायदा किया था कि हम प्रदेश को कर्जमुक्त बनाएंगे लेकिन सत्ता में आने पर बोली बदल गई है। लेकिन अब कर्ज लेना ही प्राथमिकता बन गई है। प्रदेश के बजट में आमदन का कोई जिक्र नही किया गया है लेकिन कर्ज लेने का जिक्र जरूर हुआ है। एक साल में 5 हजार करोड़ का ऋण लिया गया। अब इस साल में भी पांच हजार करोड़ के ऋण लेने का लक्ष्य रख लिया गया है। उन्होंने कहा कि 2022 के बाद प्रदेश को आर्थिक दिवालियापन पर जयराम लाकर खड़ा कर देंंगे। उन्होंने कहा कि जीएसटी कलेक्शन काफी कम है और बेरोजगारी का आंकड़ा 13 लाख पहुंच रहा है। नई नौकरियों का कोई सृजन नही हो रहा है।

पत्रकारों को मिले पैंशन

मुकेश ने कहा कि मेरा साफ मानना है कि अन्य राज्यों की तर्ज पर प्रदेश में भी दस वर्ष तक मान्यता रखने वाले पत्रकारों को पैंशन सुविधा मिलनी चाहिए। यह पत्रकारों की सामाजिक सुरक्षा के लिए आवश्यक है। उन्होंंने कहा कि कांग्रेस सरकार में इसका प्रयास शुरू किया गया था। अब हम इस मांग का समर्थन भी करते हैं और कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व से चर्चा कर पत्रकारों के इस मसले को कांग्रेस अपने ऐजेंडे में शामिलकरेगी और पैंशन का प्रावधान किया जाएगा। मुकेश ने कहा कि पत्रकारों के बहाने हमारी भी पैंशन लग जाएगी।

पंजाबी को प्रदेश में मिले दूसरी भाषा का दर्जा

नेता विपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने गुरूनानक देव के वंशज बाबा सर्वजोत सिंह बेदी द्वारा  पंजाबी भाषा को प्रदेश में दूसरा दर्जा देने की उठाई गई मांग को समर्थन देते हुए कहा कि इस मामले को कांग्रेस विधायक दल की ओर से भी उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाबी प्रदेश के बहुत हिस्सों में बोली जाती है और  ऐसे में इस मांग पर सहानुभुति पूर्वक विचार कर दूसरी भाषा का दर्जा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हिंदी और संस्कृत का जहां प्रभाव है, वहीं पहाड़ी और पंजाबी भी गर्व के साथ बोली जाती है। ऐसे में प्रदेश की भाषाओं को उचित सम्मान मिलना चाहिए।