भाजपा के वरिष्ठ नेता और हमीरपुर सदर के विधायक नरेंद्र ठाकुर ने सीएलपी मुकेश अग्निहोत्री के उस बयान की कड़ी निंदा की है जिसमें उन्होंने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर निगमों और बोर्डों में अनावश्यक तैनाती की बात कही है। उन्होंने कहा कि दूसरों पर आरोप लगाने से पहले मुकेश अग्निहोत्री को अपनी यादाश्त सही कर लेनी चाहिये और कांग्रेस शासनकाल में की गई 'जम्बोजेट फ़ौज' की तैनाती को नहीं भूलना चाहिये।
भाजपा विधायक नरेंद्र ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता आये दिन बेसिरपैर की बयानबाजी कर जनता को गुमराह करने में जुटे हुये हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पिछली सरकारों के समय में सरकार गठन होते ही निगमों और बोर्डों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भारी फ़ौज भर्ती की जाती रही। तब इन्हें फिजूलखर्ची नज़र नहीं आई। संसदीय सचिवों की भारी सेना तैनात करने का बेहद बदनाम रिकॉर्ड भी उन्हीं की पार्टी के नाम दर्ज है। इसलिये इस विषय में कांग्रेस पार्टी के नेता हमें कोई नसीहत न ही दें। उन्होंने कहा कि मौजूदा जयराम सरकार के तीन साल के कार्यकाल में उन्होंने बहुत ही आवश्यक नियुक्तियों को किया है। कई निगमों-बोर्डों में अभी भी रिक्तियां हैं इसलिये मौजूदा सरकार पर थोक में नियुक्तियों के आरोप आधारहीन और तथ्यों से परे हैं।
नरेंद्र ठाकुर ने सीएलपी लीडर मुकेश अग्निहोत्री को याद दिलाया कि उन्हें इस बात को नहीं भूलना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी द्वारा तैनात की गई संसदीय सचिवों की फौज को हाई कोर्ट के चाबुक से कैसे रातों रात हटाना पड़ा और उनके सरकारी वाहन तत्काल सचिवालय पहुचाने पड़े थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का सत्ता में आने के बाद ऐसी नियुक्तियों का ट्रैक रिकॉर्ड बेहद खराब है। भाजपा सरकार में सिर्फ अति आवश्यक नियुक्तियों को ही जनहित के मद्देनजर किया जाता है। आज कांग्रेस का जनाधार सिर्फ इसलिए रसातल में धंसा है क्योंकि इस पार्टी के नेताओं के सत्ता में होने औऱ विपक्ष में होने पर कथनी करनी के बीच जमीन आसमान का फर्क होता है। इसीलिए अब जनता ने देश और प्रदेश में कांग्रेस मुक्त शासन की नींव रख दी है।