हिमाचल प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान पार्टी के विरोध में काम करने के एवज में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने करीब 120 लोगों को कांग्रेस से जुड़े पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था। ऐसा नहीं है कि यह कदम छोटे-मोटे नेताओं पर किए गए थे बल्कि इनमें दो पूर्व मंत्री और दो विधायक पूर्व भी शामिल थे। अब जब प्रदेश कांग्रेस का निजाम बदला है तो लाजमी है कि इन लोगों में भी वापसी की आशा जगी है।
माना जा रहा है कि कुलदीप राठौर पार्टी को सख्त करने के लिए इन सभी नेताओं को वापस ले लेंगे। इसके लिए कल अनुशासनात्मक समिति की एक बैठक भी हुई है। उस बैठक में इस निर्णय को पूरी तरह कुलदीप राठौर के अधिकार क्षेत्र में लाकर छोड़ दिया गया है।
पूर्व मंत्री रंगीला राम और टेक चंद डोगरा दो बड़े नाम हैं इसके अलावा करीब 120 लोगों की लंबी चौड़ी लिस्ट है जो कि पूरे प्रदेश की करीब 20 विधानसभा क्षेत्रों से संबंधित है। हालांकि वीरभद्र सिंह के दबाव के चलते उनकी पार्टी में वापसी भी हो गई थी। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान ही करीब 23 लोगों को सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बाहर का रास्ता दिखाया था।
अब पार्टी ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि विद्यार्थी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद निष्कासित नेताओं की वापसी पर चर्चा हुई और फैसला पूरी तरह आवेदनों पर गुण दोष के आधार पर प्रदेशाध्यक्ष पर ही छोड़ दिया गया है। गौरतलब है कि प्रदेश में कांग्रेस से निष्कासित 120 नेताओं में से करीब 92 नेताओं ने इसके लिए आवेदन कर रखे हैं।