कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बजट पर प्रतिक्रिया दी है। सुक्खू ने कहा कि हमने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान पत्रकारों, कमर्चारियों और जनता की मांगे रखी थी और सरकार को संकेत दिया था कि ये वर्ग अपने आप को असहाय महसूस कर रहा है। लेकिन बजट में आज जो 3 घंटे का भाषण दिया गया वो एक रूटीन भाषण रहा। जो पुरानी योजनाएं चली थी उन्हीं योजनाओं को अमलीजामा पहुंचाने का प्रयास किया गया है और वह भी आधी अधूरी रहीं।
सुक्खू ने कहा कि कर्मचारी वर्ग प्रदेश के विकास में रीढ़ की हड्डी साबित हुआ है और उन्होंने देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लेकिन बजट में कर्मचारियों के लिए कोई खास घोषणा नहीं की गई। पत्रकार जो लोकतंत्र का चौथा सतंभ हैं उनके लिए भी कोई पेंशन की घोषणा नहीं हुई। सिर्फ मंडल स्तर पर पत्रकारों को लैपटॉप देने की घोषणा की गई है।
मजदूरों को दिहाड़ी बढ़ाई तो गई लेकिन काफी कम है। प्रदेश के विकास की बात करें तो नेशनल हाईवे के लिए कुछ नहीं कहा गया। जल शक्ति मंत्रालय में सिर्फ 1 लाख नल लगाने की बात की गई है। बजट में बेरोजगारों के लिए कोई रोजगार नीति नहीं बनाई गई। सरकार को बेरोजगारी को दूर करने के लिए नई नीति बनानी चाहिए थी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। बजट सिर्फ आंकड़ों को ध्यान में रखकर बनाया गया है जिसका कोई दूरदर्शी परिणाम नजर नहीं आ रहा।