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सेवा विस्तार पर सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने, CM और CLP में नोकझोंक

पी. चंद, शिमला |

बजट सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत पूर्व विधायक कृष्णा मोहिनी के स्वर्गवास पर शोकोदगार से हुई। इसके बाद प्रश्नकाल शुरू हुआ जिसमें विधायक रमेश धवाला के सेवा विस्तार और रिम्प्लॉटमेंट के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि कांग्रेस सरकार के समय में 2013 से 2017 तक कुल सेवा विस्तार 2397 कर्मचारी और अधिकारियों को सेवा विस्तार दिया गया जबकि 1248 को रिम्प्लॉटमेंट दिया गया। दो साल में बीजेपी सरकार में 20 लोगों को सेवा विस्तार दिया गया 213 को फिर से रोजगार दिया गया है जिसमें सबसे ज्यादा पटवारी हैं क्योंकि पटवारी की ट्रेनिंग में समय ज्यादा लग जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की तुलना में भाजपा सरकार ने बहुत कम लोगों को सेवा विस्तार और रिम्प्लॉटमेंट दिया है। जबकि कांग्रेस ने अपने चहेतों को फायदा देने के लिए निचले कर्मचारियों के साथ अन्याय किया जिस पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने आपत्ति जताई और कहा कि बीजेपी ने सत्ता में आने से पहले टीएर्ड और रिटायर लोगों को बाहर करने की बात कही थी लेकिन फिर भी सरकार ने सेवा विस्तार दिया। क्या सरकार भविष्य में इस को बिल्कुल खत्म करने का विचार रखती है या नहीं। जिस पर मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष में तीखी नोकझोंक भी हुई।

मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता मुकेश अग्निहोत्री को व्यवहार बदलने की सलाह दी और साथ में बैठे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से कुछ सीख लेने की नसीहत भी दी। इसके बाद कांग्रेस विधायक राजेन्द्र राणा के तबादले के सवाल पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में जानकारी दी कि 43 हजार तबादले कांग्रेस सरकार के समय में हुए जबकि दो साल में बीजेपी सरकार में 41 हजार तबादले हुए हैं। मुख्यमंत्री में कहा कि भविष्य में इसमें कमी की जाएगी। जिस पर विपक्ष ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी। इसके साथ ही विधानसभा उपाध्यक्ष ने प्रश्नकाल समाप्ति की घोषणा कर भी दी।