प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने विरोधियों पर वार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बनने का सपना देखने वालों ने कांग्रेस पार्टी को कमजोर किया है। मंडी में जिला कांग्रेस के जनरल हाउस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस का संगठन कमजोर नहीं है। लेकिन बड़े-बड़े नेताओं की महत्वकांक्षाओं की वजह से संगठन की अनदेखी हुई है। सत्ता में रहते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई, जिसकी वजह से पार्टी को सत्ता से बाहर होना पड़ा है। उन्होंने कांग्रेस के बड़े नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है। अब जब पार्टी विपक्ष में है तो लौटने का वक्त है, सडक़ पर उतर कर संघर्ष करने का समय है। अब किसी का व्यक्तिगत एजेंडा नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी का एजेंडा चलेगा।
उन्होंने कहा कि संगठन में कार्यकर्ताओं को तरजीह दी जाएगी। दस नवंबर तक ब्लॉक कमेटियों का गठन किया जाएगा। जबकि 25 नवंबर तक बूथ कमेटियों का गठन कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में फर्जी बूथ कमेटियां बनती रही है। मगर अब ऐसा नहीं होगा। बड़े नेताओं की सिफारिशों के चलते विरासत में पदाधिकारी तो मिल जाते हैं, मगर वे संगठन के लिए काम नहीं करते हैं। लेकिन अब निष्क्रिय पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। गणेश परिक्रमा करने वाले और पदों पर कुंडली मार कर बैठे लोग बाहर किए जाएंगे।
राठौर ने कहा कि पंचायतीराज चुनावों के लिए कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी जिसे तय करेगी वहीं चुनाव लड़ेगा, पार्टी कार्यकर्ता आपस में न टकराएं बल्कि मिलकर चुनाव लड़े, अगर कोई पार्टी समर्थित उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ेगा तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसके पश्चात कुलदीप राठौर की अगवाई में कांग्रेस पार्टी ने उपायुक्त के माध्यम से महामहिम राज्यपाल हिमाचल प्रदेश को राज्य सरकार की अनिमियताओं, राशन में अप्रत्याशी बढ़ोतरी, वाहन रजिस्ट्रेशन फीस में बढ़ोतरी, सडक़ों की दुर्दशा पानी, बिजली की दरों में बढ़ोतरी को कम करने बारे ज्ञापन भेजा।