हिमाचल में विधानसभा चुनाव का ऐलान होना पुराने नेताओं के लिए एक बार फिर लाभदायक साबित हो सकती है। क्योंकि, चुनाव आयोग ने 9 नवंबर को मतदान का ऐलान कर दिया है और सभी पार्टी अपने उम्मीदवारों के लिस्ट फाइनल करने पर जोर दे रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि बीजेपी युवाओं को टिकट देने के बजाय एक बार फिर हिमाचल में अपने पुराने नेताओं पर ही दांव खेलेगी।
यदि ऐसा होता है बीजेपी में युवाओं के साथ एक बार फिर धोखा होगा और खुद को नेता के रूप में देख रहा युवा बर्ग एक बार कार्यकर्ता या युवा मंडल में ही कार्य करेगा। इसी के साथ बीजेपी में पुराने नेता भी पूरे जोश से कार्य करने पर बल दे रहे हैं, क्योंकि अमित शाह के दौरे पर पुराने सीटिंग नेताओं पर शाह का डंडा चलना तय था और शाह ने ऐलान भी किया था कि इस बार युवाओं का विशेष ध्य़ान रखा जाएगा।
लेकिन, माना जा रहा है कि बीजेपी अपने पुराने वीनिंग नेताओं पर एक बार फिर दांव खेलेगी और बाकी सीटों पर भी पुराने नेताओं के नाम पर ही चर्चा होगी। हालांकि, आज बीजेपी की बैठक होने वाली है और इस बैठक में बीजेपी अपने प्रत्याशियों की लिस्ट फाइनल कर देगी। गौर रहे कि युवा नेताओं मेंअरुण धूमल, नरेंद्र अत्री, सुनील ठाकुर, प्रवीण शर्मा, विशाल चौहान, लखविंदर लखी, परविंदर पम्मी आदि के नाम शामिल हैं।
सियासी दौर में बीजेपी
वहीं, बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी का सियासी दौर जारी है। बताया जा रहा है कि इस बार बीजेपी के कद्दावर नेता अपने जगह बाकी नेताओं के लिए छोड़ सकते हैं औऱ खुद किसी और जगह से चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल इस बार सुजानपुर से टिकट ले सकते हैं, जबकि उनकी नरेंद्र ठाकुर हमीरपुर से किसमत आजमा सकते हैं। वहीं, धूमल के बेटे अरुण भी हमीरपुर में मुख्य चेहरा रहे हैं। हो सकता है कि धूमल अपने बेटे के लिए हमीरपुर छोड़ रहे हों?
इस तरह बिलासपुर में मल्लिका नड्डा का नाम भी चर्चाओं में हैं जो कि जेपी नड्डा की पत्नी हैं। लेकिन, अब देखना ये होगा कि बीजेपी के यह कद्दावर नेता कहां से अपने किसमत आजमाते हैं और कांग्रेस के किस किले में बीजेपी सेंध लगाने पर बल दे रही है।
हालांकि, हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में हमीरपुर विधानसभा से प्रेम कुमार धूमल ,ऊना से सतपाल सत्ती ,कुटलैहड़ से वीरेंदर कंवर ,देहरा से रविंदर रवि ,परागपुर से विक्रम ,ज्वालाजी से रमेश धवला या पवन राणा (प्रभारी ),धर्मपुर से महिंदर सिंह ,भोरंज से डॉक्टर अनिल धीमान ,सुजानपुर से नरेंदर ठाकुर ,नैना देवी से रणधीर शर्मा ,,चिंतपूर्णी से बलवीर चौधरी ,गगरेट से सुशील कलिआ ,हरोली से राम सिंह ,झंडूता से रिखी राम कौंडल या कटवाल ,बिलासपुर से त्रिलोक जम्वाल ,घुमारवीं से महेन्दर धर्माणी या गर्ग ,बड़सर से बलदेव शर्मा या बबली के टिकट के लिए फाइनल हो चुके हैं। लेकिन इस बार कौन सा कद्दावर नेता कहां से किसमत आजमाएगा इस पर अभी तक सस्पेंस हैं।