हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला नगर निगम चुनाव में मेयर के चयन को लेकर काफी रोचक परिणाम सामने आया है। धर्मशाला में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। भाजपा के पास यहां आठ और कांग्रेस के पास 5 सीटें थी, जबकि दो-दो आजाद प्रत्याशी जीते थे। अब मंगलवार को ओंकार नैहरिया को निर्विरोध मेयर चुनाव गया है। उनके खिलाफ कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था। ओंकार नैहरिया मैक्लोडगंज वार्ड-3 पार्षद चुने गए हैं। इससे पहले, नैहरिया डिप्टी मेयर भी रह चुके हैं। अब वह धर्मशाला के तीसरे मेयर चुने गए हैं।
वहीं, लंबी खींचतान के बाद डिप्टी मेयर का भी फैसला हो गया है। आजाद प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे सर्वचंद गलोटिया को धर्मशाला नगर निगय का डिप्टी मेयर चुना गया है। बता दें कि डिप्टी मेयर के लिए सर्वचंद गलोटिया और धर्मशाला के पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी के बीच मुकाबला चल रहा था। जिसमें 11 मतों के साथ सर्वचंद गलोटिया को निगम का डिप्टी मेयर चुना गया है जबकि पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी को 17 में से सिर्फ 6 वोट मिले हैं।
इससे पहले धर्मशाला में सियासी उठापटक के बीच सीएम जयराम ठाकुर भी मंगलवार को धर्मशाला पहुंचे। इस दौरान नगर निगम धर्मशाला में मेयर और डिप्टी मेयर की ताजपोशी और शपथ से पहले पार्षदों की मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ लंबी मंत्रणा चली। बैठक में महापौर और उपमहापौर को लेकर सहमति बनाने को लेकर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री के साथ बैठक में सांसद किशन कपूर, वन राकेश पठानिया, विधायक विशाल नेहरिया भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद वन मंत्री राकेश पठानिया के नेतृव में पार्षद शपथ के लिए कैबिनेट हॉल पहुंचे थे। पूर्व मेयर जग्गी पांच कांग्रेस पार्षद ओर एक आजाद के साथ शपथ के लिये पहुंचे। भाजपा 11 और कांग्रेस पार्षदों सहित शपथ लेने के लिए पहुंची थी।