पेगासस जासूसी मामले को लेकर संसद के दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा और गतिरोध का दौर जारी है। जासूसी मामले में कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल सदन में चर्चा की मांग कर रहे हैं। वहीं, सरकार विपक्ष की मांग को लगातार अनसुना कर रही है। ऐसे में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी विपक्षी दलों के नेताओं को दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब में नाश्ते पर आमंत्रित किया। इस दौरान विपक्ष के नेताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने सदन में सभी को एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जासूसी मामले के साथ साथ पेट्रोल और डीजल के मसले पर भी विपक्ष को एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए।
इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है। ऐसे में हमें सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने कहा कि कोरोना की तरह पेगासस मामले पर भी व्यापक चर्चा होनी चाहिए।
गौरतलब है कि कांग्रेस के ब्रेकफास्ट निमंत्रण पर तमाम विपक्षी दल शामिल हुए। लेकिन, बीएसपी और आप के शामिल नहीं होने पर मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।