राज्यपाल के अविभाषण पर कांग्रेस के विधायक जगत नेगी ने कहा कि सरकार ने नारा दिया किया दो साल विश्वास व विकास के, ये विश्वास खो दिया है। भाजपा सरकार के मुंगेरी लाल के हसीन सपने स्वर्णिम पत्र में जो वायदे थे आज तक पूरे नहीं हुए। रूसा को खत्म करने का वायदा किया था वह पूरा नहीं हुआ। मज़दूरों, किसानों का विश्वास खो दिया। महिला उत्पीड़न के मामले बढ़े, कानून व्यवस्था की हालत ख़राब है। प्रगति प्रदेश का नाम बदनाम करने में हुई। प्रदेश में नकली दवाओं से बच्चों की मौत हो गई। इतनी हेल्पलाइन बना दी कि ये हेल्पलेस लाइन सिद्ध हो रही है। फ़र्जी डिग्रियां बेची जा रही हैं।
जैसे ही जगत सिंह नेगी ने जेएंडके में 370 को हटाने का मामला छेड़ा और हिन्दू हरिसिंह का जिक्र किया कर उनके रवैये की बात छेड़ी उस पर सत्ता पक्ष ने एतराज़ जताया और कहा कि कांग्रेस बताए कि कांग्रेस भारत के साथ है कि पाकिस्तान के साथ। सुरेश भारद्वाज ने इस पर आपत्ति जाहिर की और जगत नेगी पर को देशद्रोही कह गए। इसी बीच विपक्ष स्पीकर की वेल में आ गए और शिक्षा मंत्री के ख़िलाफ़ नारेबाजी करने लगे।
उधर, सत्ता पक्ष की तरफ से भी नारेबाज़ी शुरू हो गई। माहौल इतना गरमा गया कि हाथापाई तक कि नोबत आ गई। बाद में विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री व विपक्ष के नेता के दखल के बाद मामला शांत हुआ। माफ़ी की विपक्ष की मांग को मानते हुए संसदीय मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कार्यवाही से हटाने पर सहमति जताई है।