लोकसभा चुनावों से पहले वरिष्ठ नेता पंडित सुखराम ने अपने पोते आश्रेय शर्मा के साथ घर वापसी की है। सोमवार को दोनों नेताओं ने राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस का दामन थामा। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने समाचार फर्स्ट के साथ इस बात की पुष्टि की है। याद रहे कि सुखराम परिवार ने विधानसभा चुनाव 2017 से पहले कांग्रेस छोड़ बीजेपी जॉइन की थी, लेकिन अब पोते को टिकट न मिलने पर दोनों नेताओं ने कांग्रेस का दामन थामा।
वहीं, पंडित सुखराम के बेटे अनिल शर्मा ने फिलहाल कांग्रेस का दामन नहीं थामा है। वे कुछ ही देर पहले इस बात को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी मिले थे जहां उन्होंने अपने बेटे कि लिए प्रचार करने के लिए मना किया था। मौजूदा समय में अनिल शर्मा जयराम सरकार में मंत्री भी हैं। यानी की एक तरह से ये भी कहा जा सकता है कि अब सुखराम परिवार में दोनों पार्टियों को लेकर आपसी तनातनी शुरू हो गई है।