मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद बीजेपी पर सवाल उठ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को टाइम्स नाउ चैनल को दिए इंटरव्यू में पार्टी के फैसले का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के सवाल मोडस ऑपरेंडी के तहत उठाए जाते हैं। यह कांग्रेस को महंगा पड़ेगा। उन्होंने साध्वी प्रज्ञा की उम्मीदवारी को एक प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि जो हिंदू संस्कृति को आंतकवाद से जोड़ते हैं यह उनके लिए जवाब है।
पीएम मोदी ने कहा, 'आपने बिना सबूत के… दुनिया में 5,000 साल तक जिस महान संस्कृति और परंपरा ने 'वसुधैव कुटुम्बकम्' का संदेश दिया, 'सर्वे भवन्तु सुखिन:' का संदेश दिया, जिस संस्कृति ने 'एकम् सद् विप्रा: बहुधा वदन्ति' का संदेश दिया, ऐसी संस्कृति को आतंकवादी कह दिया।' पीएम मोदी ने समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट, जज लोया की मौत और सिख दंगों का जिक्र करते हुए कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला।
दूसरी तरफ शहीद हेमंत करकरे पर आपत्तिजनक टिप्पणी करके साध्वी प्रज्ञा विवादों में घिर गई हैं। देशभर में उनकी चौतरफा आलोचना हो रही है। बीजेपी ने भी उनके इस बयान से किनारा कर लिया है। बढ़ते दबाव के बीच साध्वी प्रज्ञा ने भी माफी मांग ली है। उन्होंने कहा 'मैंने महसूस किया कि देश के दुश्मनों को इससे फायदा हो रहा था, ऐसे में मैं अपने बयान को वापस लेती हूं और इसके लिए माफी मांगती हूं, यह मेरी निजी पीड़ा थी।'