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बिलासपुर सदर का सियासी समीकरण बदलना तय

समाचार फर्स्ट |

हिमाचल प्रदेश की बिलासपुर, हमीरपुर और ऊना सदर तीनों सीटें बीजेपी के लिए चर्चित सीटों में से हैं। 1998 से हमीरपुर और ऊना की चर्चा सत्ता के गलियारों में रही है। लेकिन बीजेपी के लिए इस बार बिलासपुर सदर चर्चा का केन्द्र है। सबकी निगाहें इस सीट पर बनी हुई है कि बीजेपी यहां से किस चेहरे को चुनाव के लिए उतारेगी। 
 
कांग्रेस से मौजूदा विधायक भंवर ठाकुर सशक्त उमीदवार माने जाते हैं लेकिन राजेंदर ठाकुर एक नया चेहरा जरूर निकल कर सामने आया है जो अपने लिए टिकट की पैरवी कर रहा है लेकिन फिर भी कांग्रेस के लिए यहाँ कोई विशेष विकल्प नहीं है।

विधायक भंवर ठाकुर की पिछली जीत को लेकर ये भी माना जा रहा है कि उनकी टीम पिछली बार सुरेश चंदेल को हरवाने के लिए सक्रिय थी। लेकिन इस बार लोकल विधायक से उनके समीकरण भी बिगड़े हुए हैं। जिससे कांग्रेस को यहाँ जीत के लिए जायदा मश्क्कत करनी पड़ सकती है।

वहीं बीजेपी की बात करें तो सुरेश चंदेल लगातार जनसम्पर्क में हैं लेकिन बिलासपुर की गुटबाजी भी जगजाहिर है। ऐसे में कुछ नए नाम जैसे  त्रिलोक जम्वाल ,मल्लिका नड्डा ,सुभाष ठाकुर, रूप लाल ठाकुर भी खासा चर्चा में है।

बीजेपी की सभी बड़ी रैलियों में त्रिलोक जम्वाल जो प्रदेश बीजेपी में सचिव है और संघ से जुड़े हुए है। उन्हें नड्डा का करीबी माना जाता है। इसके साथ मलिका नड्डा की दावेदारी भी चर्चा में हैं जो समाज सेवा के कारण लगातार जनता से जुड़े रहने का प्रयास करती रही हैं और उनकी दावेदारी खुद नड्डा पर निर्भर करती है।

फिलहाल, बिलासपुर सदर में कांग्रेस की स्थिति लगभग स्पष्ट है वहीं बीजेपी में निगाहें नड्डा पर टिक्की है की वो अपना विश्वास किस पर जताते है।