विधानसभा कमेटियों में शिरकत करने आए विधानसभा के सदस्य लगे हाथ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी मिल लिए। हालांकि ये मुलाक़ात विधानसभा की कमेटियों और विकासात्मक कार्यो को लेकर की गई। लेकिन इसको सियासी रंग देने को भी कोशिश की जा रही है। पिछले दो दिनों के भीतर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से डेढ़ दर्ज़न दोनों दलों के विधायक मिले। इनमें ज्वालामुखी के भाजपा विधायक रमेश धवाला भी शामिल थे। धवाला के हाल ही में रहे तेवरों की वजह से कई कयास लगाए जा रहे है। लेकिन रमेश धवाला का कहना है कि मुख्यमंत्री से कांगड़ा दौरे के अलावा कोई अन्य बातचीत नही हुई है। भाजपा के अन्य विधायक भी अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मिले।
उधर कांग्रेस के सदस्य भी मुख्यमंत्री से मिले है जिन्होंने एक सुर में विधायक निधि को दोवारा से बहाल करने की मांग उठाई है। कांग्रेस विधायक राजेन्द्र राणा ने बताया कि एक विधायक से स्थानीय जनता को बड़ी उम्मीद रहती है। विधायक भी अपने क्षेत्र की हर समस्या से बाक़िफ़ होता है। ऐसे में विधायक निधि के बन्द होने से क्षेत्र का विकास रुक जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस ये कहा है कि कोविड के चलते प्रदेश की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। जिसकी वजह से विधायक निधि बन्द है। कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश में बढ़ रहे कर्जे पर भी मुख्यमंत्री से बातचीत की है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से ज्वालामुखी के विधायक रमेश धवाला, पांवटा से सुखराम चौधरी, रविंद्र धीमान, होशियार सिंह, इंद्र सिंह गांधी, मुल्खराज प्रेमी, किशोरी लाल, अर्जुन सिंह और जिया लाल मिले। जबकि कांग्रेस के रामलाल ठाकुर, पवन काजल, राजेंद्र राणा, लखविंदर राणा, सतपाल रायजादा, कर्नल धनी राम शांडिल, नंद लाल, मोहन लाल बरागटा और जगत सिंह नेगी ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की है।