हिमाचल प्रदेश विधानसभा मानसून सत्र में तिरंगे पर भी राजनिति नज़र आई। सदन के अंदर हंगामे के बाद वॉकआउट हुआ। इस बीच विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों ही दलों को एक साथ तिरंगा लहराने के लिए आमंत्रित किया था। लेकिन दोनों दलों के बीच हुई नोंकझोंक के बाद विपक्ष ने पहले ही अपना तिरंगे हाथ में लेकर लहराया।
बता दें कि 15 अगस्त को लेकर लगातार आ रही मोबाइल धमकियों के मद्देनजर एकजुटता के लिए ये कार्यक्रम विधानसभा में रखा गया था। लेकिन हिमाचल विधानसभा में तिरंगे पर भी राजनीति नजर आई। विपक्ष ने विधानसभा के एक गेट पर विपक्ष ने तो दूसरे गेट पर सत्ता पक्ष ने तिरंगा लहराया। नेता जब राष्ट्रीयता को लेकर भी एकजुट नहीं हो सकते तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इन नेताओं को देश की कितनी चिंता है।