हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर कसरत तेज हो गयी है । कांग्रेस पार्टी तीन राज्यों में सरकार बनाने के बाद काफी उत्साहित है । कांग्रेस पार्टी ने सूबे की चारों सीटों को जीतने की रणनीति पर काम भी शुरु कर दिया है । चारों ही सीटों पर कई दावेदार हैं जो टिकट के लिये जोर लगा रहे हैं । प्रदेश के सबसे बड़ी संसदीय सीट कांगड़ा की बात की जाये तो यहां पूर्व मंत्री जीएस बाली की दावेदारी को सबसे मजबूत माना जा रहा है ।
शनिवार को पालमपुर में आयोजित हुये कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल की मौजूदगी में जिस मजबूती से पूर्व मंत्री जीएस बाली ने अपनी बात रखी वो इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है । अपने भाषण में जीएस बाली ने संगठन की कमजोरियों को खुले मंच से बताया, जिसे कार्यकर्ताओं ने भी सराहा था ।
रविवार को पूर्व मंत्री जीएस बाली के आवास में कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल के साथ प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और जीएस बाली की एक बैठक हुई है । इस बैठक को सीधे तौर पर लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों के नाम की चर्चा से जोड़ कर देखा जा रहा है । हालांकि, कांग्रेस पार्टी में सीधे तौर पर कोई भी नाम को लेकर आधिकारिक रुप से बात करने को तैयार नहीं है । लेकिन, कांगड़ा संसदीय सीट पर लोगों के बीच एक आम धारणा है कि "कांगड़ा सीट भाजपा के दिग्गज शांता कुमार को पटखनी देकर कांग्रेस की झोली में अगर कोई डाल सकता है तो वो जीएस बाली है" । प्रदेश प्रभारी भी इस मामले को लेकर अभी स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कह रही । इसके बावजूद प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष और जीएस बाली की बैठक के कई मायने हैं । हालांकि, कांग्रेस पार्टी में टिकट को लेकर अंतिम फैसला आलाकमान ही करता है ।