पेगासस जासूसी मामले को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर पूर्व संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के आरोप स्तरहीन और मर्यादा से परे हैं। आखिर मॉनसून सत्र से पहल ही पैगासस का बम क्यों फोड़ा गया। इसके पीछे किसी अंतरराष्ट्रीय साजिस का हाथ है। ये सारी कहानी योजनाबद्द तरीके से तैयार की गई है। क्या कुछ लोग इसमें पहले से लगे थे कि मॉनसून सत्र से पहले ही ये कहानी फोड़नी है जिससे देश में एक माहौल बनाया जा सके?
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इस पूरी कहानी में एक भी ऐसा सबूत नहीं है जो इसमें सरकार और बीजेपी को लिंक करता हो। ये आरोप अंतरराष्ट्रीय साजिस का हिस्सा है। जो देश भारत की तरक्की को देख नहीं पा रहे हैं पीएम मोदी के नेतृत्व में जिस तरह से देश ने तरक्की की है उसके खिलाफ ये साजिस है। उन्होंने कहा कि 45 से अधिक देस पेगासस का उपयोग कर रहे हैं तो फिर भारत को ही टारगेट क्यों किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि देश में फोन टैपिंग के लिए सख्त नियम और प्रक्रिया है। एक मजबूत कानूनी ढांचा है। इसलिए जानबूझकर मॉनसून सत्र से पहले सदन को डिस्ट्रेप करने और देश में बेबुनियाद एजेंडा खड़ा करने की कोशिश है। इसका एक कारण यह है की कांग्रेस पार्टी सिमट रही है। पंजाब की हालत किसी से छुपी नहीं है। राजस्थान में कांग्रेस के झगड़े सुलझ नहीं रहे। जब ये सब चला तो कांग्रेस ने यह एक नयी कहानी शुरू कर दी जिसकी हम कड़ी निंदा करते हैं।