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चुनाव का परिणाम बताएगा कौन बना बलि का बकरा: रामलाल

रविंद्र |

लोकसभा चुनावों के नजदीक आते ही बीजेपी औऱ कांग्रेस चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। इसी कड़ी में आज सोमवार को हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से चुनावी दंगल में उतरे कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर रामलाल ने ऊना में रोड शो किया। वहीं उनके साथ मौजूद उद्योग मंत्री मुकेश अग्रहोत्री ने ठाकुर रामलाल के पक्ष में कहा कि वह एक जाने पहचाने उम्मीदवार हैं और मंत्री भी रहे हैं। पार्टी ने पूरा मूल्यांकन करने के बाद ही उन्हें चुनावी दंगल से उतारा है। उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस पार्टी हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से जीतेगी।

मुकेश ने अधिकारियों के सेवा विस्तार पर कहा कि पहले बीजेपी कहती थी कि कांग्रेस के समय में अधिकारियों को सेवा विस्तार दिया जाता रहा है और उन्होंने कहा था कि बीजेपी के समय में ऐसा नहीं होगा। लेकिन अब तो चुनावी समय है और आचार सहिंता भी लागू है बावजूद इसके चीफ इंजीनियर को सेवा विस्तार दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने किस तरह से अप्रूवल दे दी है। एक तो चुनाव के समय में विस्तार देना गलत है। दूसरा अन्य अधिकारियों की पदोन्नतियों को रोककर अपने चहेतों को सेवा विस्तार दिया जा रहा है।

उन्होंने सांसद अनुराग ठाकुर द्वारा उन पर की गई एक टिप्पणी पर कहा कि सांसद अनुराग ठाकुर अभी तक 3 बार सांसद बने हैं जबकि मैं 4 बार विधायक बन चुका हूं।

चुनाव का परिणाम बताएगा कौन बना बलि का बकरा: रामलाल

हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर रामलाल ने कहा कि यह तो चुनाव का परिणाम ही बताएगा कि बली का बकरा कौन बना है। उन्होंने कहा कि सांसद अनुराग बताएं कि उनको क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की चेयरमैनशिप से बाहर क्यों निकाला गया। कारण क्या है कि आपको सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगनी पड़ी। हिमाचल प्रदेश में जितनी भी सोसायटियों के नाम से जो जमीनें बिकी उस सोसायटी को प्राईवेट कंपनी में तबदील कर दिया गया। मैहतपुर पहुंचने पर ठाकुर रामलाल का कांग्रेस के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया।

ठाकुर रामलाल ने कहा कि पार्टी ने जो फैसला लिया है, वह सोच समझकर लिया है। साल 2014 में अनुराग ने जनता के साथ ब़ड़े बड़े वायदे किए थे। 15 लाख रुपए आम जनता के खाते में डालने को कहा गया था। बेरोजगारों को नौकरियां दिलाने का आश्वासन दिया गया था लेकिन क्या हुआ। किसान आज आत्महत्या करने को मजबूर है। कांग्रेस पार्टी ने इन सभी चीजों ध्यान में रखते हुए चुनाव में उतरी है। जबकि बीजेपी ने धर्म का सहारा लेकर भगवान रामचंद्र को पिछले दरवाजे से बाहर निकाल दिया औऱ बीजेपी हिंदू-मुस्लिम की लड़ाई को लेकर आगे आ रही है।