हिमाचल में बीजेपी की सत्ता वापसी के लिए प्रदेश भर में आरएसएस कैडर सक्रिय हो गए है। 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद आरएसएस ने अपने संगठन का काफी विस्तार किया है। पिछले दो साल में आरएसएस ने दुगनी रफ्तार से शाखाएं खोली है। आरएसएस प्रचारक ने बताया कि 2010 तक 300 से अधिक शाखाएं प्रदेश भर में एक्टिव थी जो अब बढ़कर 640 हो गई है।
प्रदेश में 2014 में लोकसभा सीटें बीजेपी की झोली में गई थी जिसके लिए चुनावों में संघ कैडर ने काफी सक्रियता से काम किया था। अब पिछले एक महीने से आरएसएस कैडर सक्रिय हो गए है और अपना पूरा जोर उन क्षेत्रों में लगा रहे है जहां बीजेपी को कांग्रेस के कैडीडेट्स को हराने में काफी मशक्कत करनी पड़ी थी।
लोकसभा चुनावों से अलग आरएसएस कैडर इस बार दूसरे सहयोगी संगठन विश्व हिंदू परिषद, मजदूर संघ, किसान संघ सेविका समिति और एबीपी के साथ बूथ स्तर पर एक्टिव है। प्रदेश में 7,479 बूथ है और लगभग 30000 संघ के कार्यकर्ता बीजेपी के लिए कैम्पेन कर रहे है। साथ ही युवाओं में हिंदूत्व वादी विचारधारा को बढ़ाने के लिए आरएसएस सरस्वती मंदिर मंडी का विस्तार कर रही है। अब तक 280 स्कूल शुरू किए जा चुके है जिसमें 40,000 स्टूडेंट्स एनरोल करवा चुके है।