बीजेपी के वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि इस समय देश और प्रदेश अति भयंकर दौर से गुजर रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में कांगड़ा की स्थिति लगातार खराब हो रही है। लग रहा है अब लॉकडाउन लगाना ही चाहिए। मुख्यमंत्री विचार कर लें और देर न करें। एक सुझाव है लॉकडाउन लगे तो रोज कमाकर खाने वालों की विशेष मदद अवश्य करें। मुख्यमंत्री इसी काम के लिए जनता से दान की अपील करें। शांता ने कहा कि मैने मुख्यमंत्री राहत रोष में एक लाख रुपये पहले ही दिए हैं यदि लॉकडाउन में इस काम के लिए आवश्यकता हुई तो मैं एक लाख रुपये और भेज दूंगा। साथ ही शांता ने प्रदेश के उन लाखों योद्धाओं को प्रणाम किया है जो जीवन को दाव पर लगाकर मोर्चे पर डटे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा दुर्भाग्य है कि हिमाचल की राजनीति को भी कहीं कहीं कोरोना हो रहा है। कुछ विपक्षी नेता आलोचना और कठोर भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। कुछ नेता मिठे शब्दों में सुझाव दे रहे हैं, उनका धन्यवाद। वहीं, एक नेता ने कहा कि इस सारे संकट के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेवार हैं। एक नेता ने कहा सरकार झूठ बोल रही है। एक नेता ने कहा सरकार ने जनता को धोखा दिया है। इन शब्दों से प्रदेश का मनोबल टूटता है। आज की परिस्थिति में मनोबल को बनाये रखना सबसे जरूरी है। जहां टूट रहा है वहीं कई नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं।
शांता ने कहा कि मोदी से लेकर जयराम और अनुराग ठाकुर सब कुछ कर रहे हैं। क्या नहीं कर रहे परंतु एक बात सब याद रखें यह संकट मनुष्य इतिहास का सबसे बड़ा संकट है। कमियां रह रही है रहेगी भी। आवश्यकता इस बात की है कि एक जुट होकर सब इस संकट का मुकाबला करने के लिए जुटें।