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शिमला: बढ़ती महंगाई के खिलाफ CPIM का प्रदर्शन, केंद्र और प्रदेश सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

पी. चंद, शिमला |

सीपीआईएम राज्य कमेटी हिमाचल प्रदेश के आह्वान पर बढ़ती महंगाई के खिलाफ पूरे प्रदेश में जिला व ब्लॉक मुख्यालयों पर जोरदार प्रदर्शन किए गए। इसके तहत शिमला के डीसी ऑफिस पर पार्टी द्वारा जोरदार प्रदर्शन किया गया जिसमें लगभग चार सौ लोगों ने भाग लिया। इसके बाद डीसी ऑफिस से लोअर बाजार होते हुए शेर-ए-पंजाब तक रैली का आयोजन किया गया।

वक्ताओं ने केंद्र सरकार से मांग की कि वह तुरन्त भारी महंगाई पर रोक लगाए। उन्होंने कालाबाजारी,जमाखोरी,सट्टाबाजारी व मुनाफाखोरी पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत करके डिपुओं में हर परिवार को हर महीने 2 रुपये प्रति किलो के हिसाब से 35 किलो राशन अनिवार्य रूप से देने की मांग की। उन्होंने वायदा कारोबार पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने केंद्र सरकार से बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण व अंकुश लगाने की मांग की। उन्होंने हिमाचल प्रदेश की  राज्य सरकार से खाद्य व अन्य वस्तुओं में वैट में कटौती की मांग की।

उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह गरीब व मध्यम वर्ग पर भारी कीमतों के माध्यम से आर्थिक बोझ लाद रही है। उन्होंने कहा कि खाद्य वस्तुओं की मार्किट में अडानी के दबदबे व पेट्रोल-डीजल मार्केट में अम्बानी के कब्जे के कारण उपभोक्ताओं की खुली लूट करने की इजाज़त केन्द्र सरकार ने अम्बानी-अडानी को दी है। वर्तमान दौर में प्याज 100 से 120 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। गैस सिलिंडर की कीमतें आसमान छू रही हैं व 800 रुपये में गैस सिलिंडर बिक रहा है। पेट्रोल की कीमत 76 रुपये है। इस तरह जनता की खुली लूट जारी है तथा केंद्र व प्रदेश सरकारें जनता को न्याय देने के बजाए पूंजीपतियों के साथ खड़ा होकर उनकी मुनाफाखोरी को बढ़ा रही हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार महंगाई के मुद्दे पर पूरी तरह संवेदनहीन है। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार को चेताया है कि अगर उन्होंने महंगाई पर रोक न लगाई तो जनांदोलन तेज़ होगा।