प्रधानमंत्री मोदी को शिव का अवतार कहने वाले बयान पर मंत्री सुरेश भारद्वाज ने सफाई दी है। सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कुछ लोग मेरे बयान पर हाय तौबा मचा रहे हैं। शोर मचाना इनका काम है। शिव के अवतार पुरुष का अर्थ है कि एक व्यक्ति जो शिव की भांति विष का पान करे जैसे कि कोरोना महामारी के काल में सबको ज्ञात था कि आर्थिक दशा बिगड़ेगी, नुक्सान भी होगा लेकिन मोदी जी ने सब जानते हुए देश को बचाने के लिए लॉकडाउन लगाने जैसा कदम उठाया। ये कदम विषपान से कम नहीं था। और देश में जिस प्रकार से कोरोना काल में और उसका बाद व्यवस्था को संभाला है उसमे निश्चित ही ईश्वर का आशीर्वाद है।
सारी दुनिया प्रयास कर रही थी लेकिन देश में बनी वैक्सीन ही कोरोना से लड़ने सक्षम पायी गयी। इतना ही नहीं जो देश कुछ दिन पहले तक भारत को बेवजह नसीहत दे रहे थे आज वैक्सीन मिलने पर बैनर लगा कर मोदी जी का धन्यवाद कर रहे हैं। मेरे बयान में किसी की तुलना किसी से नहीं की, न ही ईश्वर से की। मेने कल भी यही कहा था आज भी उसी बयान पर कायम हूं। बल्कि मानव सेवा करने वाले, परोपकार करने वाले ईश्वर का ही अवतार होते हैं।
भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस कि सरकार में हमेशा मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर लड़ाई रही। इसलिए हर बात में राजनीति करना इनका स्वभाव हो गया है। आज विपक्ष में भी सभी मुख्यमंत्री बनने के सपने बुन रहे हैं। सब जानते हैं और कांग्रेस ने भी माना है कि जयराम ही मुख्यमंत्री रहेंगे भाजपा की ही सरकार रहेगी इसमें कोई शक नहीं। एक और बात मैं कांग्रेस से कहना चाहता हूं कि 2022 में भी भाजपा की ही सरकार बनेगी।